सहसवान: चार दिन पूर्व नगर के मोहल्ला चौधरी में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई नवविवाहिता की मौत के मामले में मृतका की मां ने उसके पति समेत आठ लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया है। दहेज में इनोवा कार की मांग के चलते हत्या करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। शनिवार शाम तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई थी।
नगर के मुहल्ला रुस्तम टोला निवासी नगरिस पत्नी फुरकान का कहना है कि उसने अपनी पुत्री शीबा की शादी करीब पौने दो माह पूर्व नगर के चौधरी मुहल्ला निवासी सुब्हान पुत्र बबलू के साथ की थी। उसने शादी में भरपूर दान दहेज दिया था और उधार लेकर करीब 20 लाख रुपए शादी में खर्च किए थे। शीबा के ससुराल वाले शादी में दिए दान दहेज से संतुष्ट नहीं थे और उन लोगों ने दहेज में इनोवा कार की मांग के चलते शीबा का मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न शुरू कर दिया। मुहम्मद उमर के जरिए दान दहेज के साथ दूसरी शादी करने की योजना बनाने लगे। शीबा ने घर आकर मायके वालों को बताया कि इनोवा कार दे दो वरना यह लोग मुझे मार कर सुब्हान की दूसरी शादी करा देंगे। शीबा की मां ने नौ अप्रैल को पंचायत कराई। पंचायत में नरगिस और शीबा ने आरोपितों के हाथ पैर जोड़े कि अभी शादी का कर्जा नहीं उतरा है कार की मांग कैसे पूरी होगी। इस पर यह लोग भड़क गए और कहा कि इनोवा कार नहीं दी तो 50 लाख वाली दूसरी शादी कर लेंगे। शीबा के मायके वालों ने मजबूरन जमीन बेचकर एक महीने में इनोवा कार देने का वादा कर दिया। इसके बाद ससुराल वाले शीबा को अपने साथ ले गए।
11 अप्रैल की शाम करीब छह बजे सूचना मिली कि आरोपितों ने शीबा की हत्या कर दी है। जब वह स्वजन के साथ शीबा की ससुराल की ओर जा रही थी तो बबलू, सुब्हान, मुसर्रत और एक अज्ञात व्यक्ति ई-रिक्शा से कहीं जा रहे थे। रोककर पूछना चाहा तो सभी लोग रिक्शा छोड़कर फरार हो गए। रिक्शा में शीबा का अचेत शरीर रखा हुआ था। मायके वाले शीबा को अस्पताल लाए जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। नरगिस का कहना है कि आरोपित उसकी पुत्री की लाश छिपाने को ले जा रहे थे। पुलिस ने मृतका की मां की तहरीर पर सुब्हान, बबलू, आगाज उर्फ आकाश, मुसर्रत, उजमा, अरिशा, उमरा और मोहम्मद उमर के खिलाफ संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।