आज युवा संकल्प सेवा समिति के तत्वधान में शहीद भगत सिंह, सुखदेव राजगुरु, का बलिदान दिवस समिति कार्यालय पर संस्था संस्था के सचिव पुनीत कुमार कश्यप एडवोकेट ने शहीद भगत सिंह के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर उन्हें शत-शत नमन किया। और एक विचार गोष्ठी का भी आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता संस्था के सचिव पुनीत कुमार कश्यप ने की व संचालन संस्था के सदस्य विशाल वैश्य ने किया।
संस्था के सचिव पुनीत कुमार कश्यप ने कहा कि आज के युवाओं को भगत सिंह जैसे महापुरुषों से सीख लेने की जरूरत है क्योंकि आज का युवा भटक चुका है उसके अंदर देशभक्ति तो है वह केवल फेसबुक व व्हाट्सएप तक ही है। उन्होंने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में क्रांतिकारियों का एक अहम योगदान रहा है, आजादी की लड़ाई में क्रांतिकारी और नरमवादी दोनों का अपना ही योगदान रहा है, लेकिन अगर आजादी की इस लड़ाई में नरमपंथी और गरमपंथी दोनों मिलकर काम करते तो हो सकता था आजादी थोड़ा पहले मिल जाती, फिर भी क्रांतिकारियों को हमारे देश में बहुत ही सम्मान और इज्जत से देखा जाता है। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में शहीद होने वाले क्रांतिकारियों में सबसे आगे भगतसिंह, सुखदेव ,राजगुरु, चन्द्र शेखर आजाद आदि हैं, आज 23 मार्च है यानि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का एक अहम दिन, शहीद दिवस के रुप में जाना जाने वाला यह दिन यूं तो भारतीय इतिहास के लिए काला दिन माना जाता है पर स्वतंत्रता की लड़ाई में खुद को देश की वेदी पर चढ़ाने वाले यह नायक हमारे आदर्श है।
संस्था के कोषाध्यक्ष योगेंद्र सागर ने कहा कि 23 मार्च 1931 की रात पराधीन भारत के तीन नायकों ने हंसी हंसी मौत की सूली को गले से लगा लिया आज भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव तो हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनकी आवाज और सोच आज भी हमारे अंदर है, उनका मानना था कि सत्ता की नींद में सोई सरकार को जगाने के लिए एक धमाके की जरुरत होती है।
संस्था के सदस्य धर्मवीर कश्यप ने कहा कि भारतीय राष्ट्रवाद के उन्नायकों से यही अपेक्षा थी और उन्होंने अपने सत्प्रयासों से इसे अंजाम भी दिया, आज भी देश को ऐसे राष्ट्रनायकों के पदचिन्हों का अनुसरण कर अपनी नीतियां बनाने की अनिवार्यता जान पड़ती है,देश की नई पीढियों को तो ऐसे महान क्रांतिकारियों के कार्यों और विचारों को आत्मसात करने की जरूरत है ताकि देश की बागडोर कर्तव्यनिष्ठ युवाओं के हाथ में सुरक्षित रहे।
इस मौके पर ,पवन भारती, मोहित शर्मा, राजेंद्र शाक्य, उपेंद्र कश्यप सुनील कुमार, कमल कश्यप, , प्रयाग सिंह, आदि लोग उपस्थित रहे।