बदायूँ।विश्व टीबी रोग दिवस के सम्बन्ध में तीन दिवसीय कायर्क्रमों का आयोजन किया जा रहा है। जिसके अन्तगर्त बुधवार को लॉर्ड कृष्णा इन्टरनेशनल स्कूल उसावां रोड कुलचौरा में छात्रों को टीबी की बीमारी के लक्षणों जैसे दो सप्ताह या उससे अधिक समय से खाॅसी का रहना भूख कम लगना वजन कम होना नियमित बुखार रहना सीने में दर्द का होना रात के समय अत्यधिक पसीना का आना एवं बलगम में खून का आना अगर किसी व्यक्ति में यह लक्षण पाये जाते है तो ऐसे व्यक्ति को अपने निकटतम प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर अपनी बलगम की जाॅच अवश्य करानी चाहिए जिससे पता चल सकें कि व्यक्ति को टीबी की शिकायत तो नही है। डाॅ. विनेश कुमार ने बताया कि जाॅच में टीबी निकलने पर व्यक्ति का टीबी का इलाज निःशुल्क उपलब्ध कराया जाता है। नियमित टीबी का उपचार लेने से एवं बीच.बीच में दो बार बलगम की जाॅच कराने पर व्यक्ति पूणर् रूप से स्वस्थ्य हो जाता है तथा वह व्यक्ति खाॅसते एवं छीकतें समय अपने नाक एवं मुॅह पर सूती कपडा लगाकर खाॅसे एवं छीकेंएजिससे टीबी का बैक्टीरिया वातावरण में ना फैले। टीबी की बिमारी वाले व्यक्ति से किसी तरह का भेदभाव ना करें टीबी के मरीज के साथ खाने से बैठनें से साथ रहने से बिमारी नही फैलती है। जब टीबी का मरीज खाॅसतें एवं छीकतें है।उसी दौरान बैक्टीरिया वातावरण में फैलता है व दूसरे व्यक्ति को संक्रमित करता है।

भारत सरकार टीबी के मरीज का जब तक उसका टीबी का इलाज चलता है तब तक पांच सौ रुपए प्रतिमाह डीबीटी के माध्यम से उनके बैंक खाते में पोषण हेतु पौष्टिक आहार के लिए भेजती है। उत्तर प्रदेश सरकार एवं राज्यपाल महोदया द्वारा सभी टीबी के मरीजों को गोद लेकर उनके इलाज एवं जाॅच व जो लोग पोषण पोटली के रूप में पोषण हेतु खाने पीने को कुछ उपलब्ध कराना चाहते है। वह स्वयंसेवी संस्थायें सामाजिक व्यक्तिए अधिकारीगण कमर्चारीगण प्रधान गण व कोई भी व्यक्ति टीबी के मरीजों करे गोद ले सकता है। गोष्ठी में लॉर्ड कृष्णा इन्टरनेशनल स्कूल के चेयरमैन वेदवृत त्रिवेदी व वाईस चेयरमैन डाॅ तेजस्व त्रिवेदी प्रधानाचार्य डाॅ अनु नन्दनी शर्मा एपीपीएम कोडिनेटर संदीप राजपूत लेखाकार विमल पाठक एवं असिफ रजा उपस्थित रहें।