बदायूँ। भारतीय किसान यूनियन टिकैत की मासिक पंचायत मालवीय आवास गृह पर आहूत कर बड़ी रणनीति तैयार की गई पंचायत को मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना ने संबोधित करते हुए कहा केंद्र व प्रदेश सरकार किसानों को खत्म करके खेतीवाड़ी उद्योगपतियों के हवाले करने के लिए किसानों पर जुल्म कर रही है। दिल्ली ई पंचायत से सिद्ध हो गया सरकार किसानों की किसी भी मांग के लिए पूरा नहीं करेगी एमएसपी को लागू करना स्वामीनाथन का सीटू के कानून लागू करना इन मांगों पर सरकार ने अभी तक कोई कदम नहीं उठाया है। संयुक्त मोर्चा द्वारा आव्हान कर दिया गया है।किसानों को गांव गांव जाकर जागरूक करें इस समय बेमौसम बरसात द्वारा कई तहसीलों में किसान तबाह हो गया है उनकी गेहूं की फसल धराशाई हो गई है। बीमा योजना कहीं धरातल पर नहीं है ।सरकार द्वारा जिस तरह से किसानों कोछला जा आ रहा है किसान जब तक जागरूक होकर आंदोलन नहीं करेगा किसान को देश से मिटाने के लिए सरकार पूरी तरह उतारू है।इस अवसर पर मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष चौधरी सौदान सिंह ने कहा इस सरकार का रवैया समझ से बाहर है।किसान आंदोलन कर रहा है उसकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इस समय बेमौसम बरसात से तबा हुए किसानों की वसूली रोकी जाए उनकी कर्ज की माफी की जाए बड़ा पैकेज किसानों के लिए केंद्र सरकार द्वारा दिया जाना चाहिए।किसानों के लिए गन्ने का भुगतान श्री कराया जाना चाहिए किसानों की बर्बाद हुई फसलों को मुआवजा दिया जाना चाहिए किसानों के गन्ने का भाव ₹500 प्रति कुंतल दिया जाना चाहिए। परंतु किसानों के साथ दोहरी मार से तबाह हो गया है। एक तरफ सरकार जुल्म कर रही है। ऊपर से कुदरत द्वारा बेमौसम वर्षा द्वारा किसान तबाह हो चुका है।मंडल उपाध्यक्ष चौधरी सौदान सिंह ने किसानों को मुआवजे की मांग की है। उन्होंने कहा इस अवसर पर आज पंचायत में पप्पू सैफी आरिफ गाजी सुनील यादव भूरे लाल डीलर हरचरण लाल वर्मा नारायण कश्यप पंडित राम कुमार शर्मा नसरीन नरेंद्र कुमार सक्सेना नूरुद्दीन लीलाधर कुशवाह चंपत सिंह उदयवीर सिंह वर्मा समेत दर्जनों नेता मौजूद रहे।