भारत में तेज़ी से बढ़ता नशे का धंधा आखिर कैसे रुकेगा….?
दुनिया में बढ़ते हुए ड्रग माफिया आखिर क्यों बेखौफ है।इसका सीधा सीधा जवाब है।नयी नस्लों का बेरोज़गार होना आज दुनिया भर की तरह भारत में भी 12/14 साल के बच्चे नशा करते हुए पाये जा रहे हैं।कई संस्थाए हैं। जो नशे के खिलाफ लड़ती हैं। और इन मासूम ज़िन्दगियों को बचाने का प्रयास कर रही हैं। लेकिन फिर भी इन नौजवान और बच्चों की संख्या कम नहीं हो रही है। हाल ही में कई विडिओ सोशल मीडिया पर वायरल हुई जिसमे नौजवान और बच्चे पेट्रोल सोलुशन चरस गांजा जैसे नशे करते हुए देखे जा सकते हैं। आखिर इस सबका ज़िम्मेदार कौन है। इन मासूम ज़िन्दगियों को नशे में धकेल के एक पूरी पीढ़ी को तबाह करने की कोशिश की जा रही है।सरकार को उन संस्थाओं के साथ खड़ा होना चाहिए।
जो इन बच्चों को बचाने के लिए कोशिश कर रही हैं इस तरह के मामले कई राज्यों में देखने को मिलेंगे जिसमे दिल्ली मुंबई गोवा चेन्नई यू पी एम पी भी शामिल है।अगर जल्द ही इस जेनेरेशन को न बचाया गया।तो एक पूरी सदी ख़त्म हो जाएगी क्या आप और हम इस लड़ाई में साथ खड़े नहीं हो सकते बिलकुल खड़े हो सकते हैं।आखिर ये सब हमारे भाई/बेटे जैसे ही तो हैं…..
आएं एक क़दम नशा मुक्ति की ओर।
रिपोर्ट <=> निज़ाम नौशाही सम्भली
सम्भल से खलील मलिक