बदायूँ। बुधवार को एनएलआर फाउंडेशन इंडिया के तत्वाधान में ब्लॉक म्याऊं के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कुष्ठ रोगियों को विकलांगता से बचाने हेतु एक दिवसीय संयुक्त सेल्फ केयर ट्रेनिंग कम प्रैक्टिस वर्कशॉप का आयोजन किया गया। जिसमें कुष्ठ से दिव्यांग रोगियों को प्रशिक्षित किया गया। रोगियों को रोग से बचाव व कुष्ठ प्रबंधन की भी जानकारी दी गई। जिला कुष्ठ परामर्शदाता डॉक्टर सुधीर कुमार गुप्ता एवं एनएलआर फाउंडेशन इंडिया के कोऑर्डिनेटर मंतोष कुमार ने कार्यशाला में मौजूद दिव्यांग कुष्ठ रोगियों को प्रशिक्षित करते हुए बताया की कुष्ठ रोग एक जीवाणु माइकोबैक्टेरियम लेपरेई से होता है।जो तंत्रिका तंत्र को क्षतिग्रस्त कर उनसे जुड़ी मांसपेशियों को कमजोर कर शारीरिक दिव्यांगता एवं विकृति पैदा करता है। जिससे त्वचा सूखने लगती है , फटने लगती है और छाले भी पड़ जाते हैं। इनसे बचाव के लिए एमसीआर स्लीपर्स एवं सेल्फ केयर किट दी जाती है। तथा आंख में दिक्कत होने पर बाहर निकलने पर चश्मा लगाए। कुष्ठ रोग प्रबंधन,रोगी अपना केयर कैसे करें आदि के बारे में प्रशिक्षित किया गया ।
दिव्यांगों को तीन हजार प्रतिमाह पेंशन दी जा रही है। कार्यशाला में 5 ब्लॉकों से आए 16 दिव्यांग रोगियों को एमसीआर चप्पल सेल्फ केयर किट एवं सूक्ष्म जलपान का वितरण किया गया। जिसमें से 6 रोगियों का आरसीएस रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी हेतु चयन किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉक्टर सुधीर कुमार गुप्ता, मदन पाल , जीशान , राजू यादव, गौरव यादव बृजेश राठौर, सुखपाल आदि मौजूद रहे।