होली से पहले न्याय नहीं मिला तो योगी के जानता दरबार में गूंजेगा भ्रष्टाचार का मुद्दा

बदायूँ।भारतीय किसान यूनियन का कहना है कि जनपद के सरकारी कार्यालयों में जाकर आत्मदाह जैसी घटनाएं होना आम बात हो गई हैं एक के बाद एक आत्मदाह की घटना हो रही है। अब तो जनता भी योगी सरकार पर सवाल उठने लगे हैं क्या सरकारी सिस्टम इतना सुस्त हो चुका है कि जिम्मेदार अधिकारी भी तभी सुनते हैं जब इंसान आत्मदाह जैसी स्थिति को मजबूर हो जाता है। आखिर यह आत्मदाह जैसी घटनाएं सरकारी कार्यालयों में कब तक होंगी। बिसौली तहसील में एक मामला सामने आया है आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो जाए इसलिए उसका उत्पीड़न किया गया है किसानों के लिए खत्म करने के लिए माफियाओं से सांठगांठ करके कानून के साथ खिलवाड़ की जा रही है भ्रष्टाचार में डूबा तहसील प्रशासन लगभग 700-800 बीघा पूरे तहसील में भू माफियाओं को मोटा पैसा लेकर तालाबों का गलत पट्टा कर चुका है गांव सिगथरा ब्लैक लिस्ट लगान टूटे हुए लोगों के हवाले किया गया व आगेई चटसोरा बगरैंन तालाब 154 वीघा शासकीय तालाब नियम विरुद्ध पट्टा कराके इसके लगा हुआ 96 बीघा निजी तालाब 36 गरीब किसानों के तालाब पर भूमाफिया तहसील प्रशासन मोटी रकम देकर खुलेआम मछली पालन कर रहे हैं गरीब किसानों द्वारा विगत 1 वर्ष से जिला प्रशासन के आगे धरना प्रदर्शन करने के बाद भी उनका 96 बीघा तालाब के लिए मुक्त नहीं करा पाए भू माफियाओं से जिले के आला अधिकारी बिसौली तहसील भ्रष्टाचार में पूरी तरह डूबी हुई है तहसील के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन के मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना ने कहा भ्रष्टाचार से किसान परेशान है हिटलर शाही पर तहसील प्रशासन उतारू है अब यह लड़ाई लखनऊ में जाकर लड़ी जाएगी सूबे के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी महाराज की गोरखपुर में जनता दरबार में सबूतों से किसानों को ले जाकर भू माफिया के द्वारा शासकीय तालाब पर कब्जा मुक्त कराने के लिए 95 बीघा वगरैन तालाब से गरीब किसानों को हक दिलाने के लिए लखनऊ में ही संघर्ष किया जाएगा होली बाद तहसील प्रशासन बिसौली के भ्रष्टाचार का पूरा पुलिंदा जो भू माफियाओं के हवाले हजारों वीघा तालाब भू माफिया तहसील प्रशासन कानून की धज्जियां उड़ाते हुए हवाले किया गया लाखों रुपया तहसील प्रशासन भू माफियाओं से वसूल रहा है सरकारी तालाब या निजी तालाब सभी के लिए भू माफियाओं के हवाले किया गया है निजी तालाब के स्वामी रामबाबू कश्यप ने बताया 1588 गा 36 किसानों का वगरैन गांव परगनासतासी मैं विगत 8 वर्षों से भू माफियाओं के साथ मिलकर तहसील प्रशासन मछली पालन करा रहा है 154 वीघा शासकीय तालाब पर भी गलत मत्स्य पालन हो रहा है उन्होंने कहा जिलाधिकारी को लिखित रूप से पत्र दे चुके हैं तथा पूरे सबूतों से पेश कर चुके हैं यह मुकदमा तालाब का पट्टा खारिज करने के लिए जिलाधिकारी महोदय की अदालत में है 8 माह में भी गलत पट्टे का निरस्त ना होना तथा जब तक न्यायालय में सुनवाई चल रही है तब तक मत्स्य पालन रोका जाना न्याय हित में होगा परंतु गरीब किसानों द्वारा पिछले वर्ष आंदोलन स्थल पर ही होली पर्व मनाया तपती धूप में 3 माह तक आंदोलन करते रहे कई बार भूख हड़ताल पर बैठे परंतु गलत अश्वासन देकर प्रशासन हमेशा धोखा देता चलाया सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा विशेष पहल की गई उम्मीद सिर्फ सिटी मजिस्ट्रेट के द्वारा ही जिलाधिकारी के लिए वास्तव की संस्तुति से अवगत करा दिया गया है न्याय की उम्मीद जिलाधिकारी से है परंतु होली बाद अगर न्याय नहीं मिला बगैर बताए लखनऊ के लिए वगरैन गांव के लोग लखनऊ कूच कर जाएंगे तहसील बिसौली के हजारों वीघा तालाबों का मुद्दा भू माफियाओं के हवाले करने को लेकर गूंजेगा बिसौली तहसील के भ्रष्टाचार पर अब चुप होकर नहीं बैठेगा किसान दिल्ली भी में उठाया जाएगा 20 मार्च को भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया जाएगा।