सहसवान। दो वर्ष पहले नीट की तैयारी करने कोटा गये एक और छात्र ने अवसाद के चलते हॉस्टल के कमरे में खुदकुशी कर ली। छात्र बदायूं जिले के सहसवान तहसील के चंदनपुर गांव वाला था। सूचना पर कोचिंग सेंटर से जिम्मेदार पहुंचे और पता निकालकर परिजनों को सूचना दी। सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। वहीं पिता कोटा पहुंचे और शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव लेकर गांव को रवाना हो गये है। देर रात तक शव गांव पहुंचेगा। कोटा पहुंचे पिता ने व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े करते हुए बेटे की मौत के लिये जिम्मेदार बताया। छात्र के कमरे से सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उसने अपनी मौत के लिये किसी को जिम्मेदार न बताते हुए मां-बाप से इस कदम के लिये माफी मांगी।
सहसवान के चंदनपुर गांव निवासी आराम सिंह सहसवान में 2006 से शिक्षामित्र के पद पर तैनात है। इसके अलावा वे एलआईसी के एजेंट भी हैं। तीन बेटों में अजय तीसरे नंबर का था। परिजनों ने बताया कि अभिषेक कोटा में दो साल से एक कोचिंग संस्थान में नीट परीक्षा की तैयारी कर रहा था। छात्र कुछ दिनों से अपनी कोचिंग कक्षाओं में शामिल नहीं हो रहा था। छात्रावास के उसके कमरे से मिले सुसाइड नोट में अभिषेक ने माता-पिता से यह कहते हुए माफी मांगी कि वह परेशानी में था और पढ़ाई का दबाव था। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया और मामला दर्ज किया गया।
छात्र के पिता आराम सिंह ने पढ़ाई के बढ़ते दबाव के लिए कोचिंग संस्थान को जिम्मेदार ठहराया। छात्र के पिता आराम सिंह ने कहा, ऐसे हालात क्यों बन रहे हैं कि कोटा में छात्र आत्महत्या कर रहे हैं। ऐसा तंत्र क्यों है जो छात्रों पर दबाव बनाता है। सरकारों को उपाय करना चाहिए। गौरतलब है, कोटा में इस साल छात्र आत्महत्या का यह चौथा मामला है।