सहसवान। पुलिस पर घूस मांगने और उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए कोतवाली गेट पर आत्मदाह करने वाले श्रीपाल के स्वजन एसडीएम द्वारा विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाए जाने के आश्वासन पर मान गए। इसके बाद उसके शव को गंगा के सुकर्रा घाट पर ले जाया गया। यहां पुलिस की मौजूदगी में उसके शव का अंतिम संस्कार किया गया।

इधर, पुलिस आत्मदाह के मामले में छह लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई करेगी।
बता दें कि छह फरवरी को कोतवाली क्षेत्र के गांव नसूपुर फीरोजपुर उर्फ केशों की मढैयां निवासी श्रीपाल ने थाने के सामने अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डाल कर आग लगा ली थी। रविवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उसकी मृत्यु हो गई थी। सोमवार शाम करीब पांच बजे उसका शव एंबुलेंस से गांव पहुंचा। इस दौरान प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से बिसौली, इस्लामनगर, फैजगंज बेहटा, जरीफनगर, मुजरिया, महिला थाना और पुलिस लाइन से पुलिसकर्मियों को बुलाकर तैनात कर दिया था। इसके साथ ही पीएससी, बज्र वाहन, फायर बिग्रेड को भी सहसवान बुला लिया गया था। शव गांव पहुंचा तो स्वजन मृतक के परिवार को सहायता दिलाने की मांग करने लगे और शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया।


रात में एडीएम और एसपी देहात भी गांव पहुंचे और मृतक के परिवार को ढाढस बनाने के साथ ही विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कराए जाने का आश्वासन दिया। मंगलवार सुबह करीब 11 बजे तक तक मृतक के स्वजन को समझाने का क्रम जारी रहा। एसडीएम के आश्वासन पर स्वजन मान गए और अंतिम संस्कार की तैयारी करने लगे। इसके बाद पुलिस के साथ श्रीपाल के शव को गंगा के सुकर्रा घाट ले जाया गया और उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।


इन योजनाओं का मिलेगा लाभ
सहसवान: एसडीएम विजय कुमार मिश्र ने बताया कि मृतक श्रीपाल के परिवार को विधवा पेंशन, कन्या सुमंगला योजना, राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना, आवास योजना का लाभ दिलाया जाएगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से आर्थिक सहायता दिलाए जाने का भी प्रयास किया जाएगा। मृतक की पत्नी गीता ने इस संबंध में एसडीएम को एक प्रार्थना पत्र भी लिख कर दिया है। जिसमें पति के इलाज में करीब 10 लाख रुपए खर्च होने, परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने, चार नाबालिग पुत्रियों की परिवरिश में आने वाली दिक्कतें, रहने के लिए पक्का मकान ना होने का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से आर्थिक सहायता दिलाए जाने की मांग की गई है।
इन आरोपितों के खिलाफ होगी कार्रवाई
सहसवान: मृतक श्रीपाल की पत्नी गीता ने कोतवाल को एक शिकायती पत्र दिया है। इसमें उल्लेख है कि उसके पति श्रीपाल ने छह फरवरी की शाम करीब साढ़े पांच बजे थाने के सामने आग लगा ली थी। लिखा है कि महेश पुत्र झम्मन, दुर्वेश, जुगेंद्र, राजवीर पुत्रगण महेश, विक्रम, पृथ्वीपाल पुत्रगण जगदीश द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न से तंग आकर श्रीपाल ने आत्मदाह किया है। श्रीपाल द्वारा आत्मदाह करने के लिए इन लोगों को जिम्मेदार ठहराया गया है। इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई कराए जाने की मांग की गई है।
मृतक के परिवार को राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना, कन्या सुमंगला योजना, विधवा पेंशन समेत विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा।
विजय कुमार मिश्र
एसडीएम सहसवान
मृतक की पत्नी गीता ने छह लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर दी है। तहरीर में इन लोगों को श्रीपाल द्वारा किए गए आत्मदाह के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। तहरीर के आधार पर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
विशाल प्रताप सिंह
प्रभारी निरीक्षक सहसवान
यह था मामला:-
सहसवान: छह फरवरी को कोतवाली क्षेत्र के गांव नसूपुर फीरोजपुर उर्फ केशों की मढैयां निवासी श्रीपाल पुत्र स्वराज ने पुलिस पर घूस मांगने और उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आग लगा ली थी। मौजूद पुलिसकर्मियों ने आनन फानन आग बुझा कर उसे इलाज के लिए पहले सीएससी फिर बदायूं मेडिकल कॉलेज पहुंचाया था। अगले दिन हालत गंभीर होने पर स्वजन उसे सैफई मेडिकल कॉलेज ले गए थे। दो दिन बाद यहां से भी हालत बिगड़ने पर बरेली निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया था। तब से उसका उपचार बरेली में चल रहा था। शनिवार को शाम करीब तीन बजे उसकी तबीयत फिर बिगड़ गई। इसके बाद स्वजन उसे इलाज के लिए दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल ले गए। रविवार सुबह श्रीपाल की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी।