बदायूं।जिलें में क्षय रागियों की खोज के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग अभियान चलायेगा। यह अभियान 20 फरवरी से 05 मार्च तक चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत घर- घर जाकर संदिग्ध क्षय रोगियों का सर्वे किया जाएगा। इस अभियान में एएनएम एवं आशा कायर्कत्री मरीजों को खोजने का काम करेंगीं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ प्रदीप वार्ष्णेय ने बताया कि प्रधानमन्त्री ने वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत का संकल्प को पूरा करने के लिए राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कायर्क्रम के अंतर्गत सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान कैम्पेन पूरे प्रदेश में 20 फरवरी से 05 मार्च तक दो चरणों मे चलाया जायेगा। जिसके अंतर्गत जनपद में प्रथम चरण 20 फरवरी से 23 फरवरी तक के दौरान अनाथालय,वृद्धाश्रम,बाल संरक्षण गृह,नवोदय विद्यालय,जिला कारागार, मदरसों इत्यादि में टीबी के संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिगं एवं जाॅच एनटीईपी स्टाॅफ द्धारा कराई जायेगी। दूसरें चरण 24 से 05 मार्च तक जनपद के शहरी एवं ग्रामीण क्षेंत्रों की मलिन बस्तियों,धनी आबादी,एवं हाई रिक्स क्षेत्रों में टीबी के संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिगं एवं जाॅच की जायेगी। जिला क्षय रोग अधिकारी डाॅ विनेश कुमार ने बताया कि टीबी के नये मरीज मिलने पर उनका 24 घंटे में उपचार शुरु कर उन्हें डीबीटी के माध्यम से 500 रुपए प्रतिमाह की सरकारी सहायता प्रदान की जायेगी यह 500 रुपए पोषण युक्त भोजन के लिए दिया जायेगा। इस तरह के मरीजों कीे 06 माह तक दवा चलेगी और मरीज को 06 माह तक 500 रूपये प्रतिमाह की सहायता प्रदान की जायेगी। इस अभियान के अंतर्गत “डोर टू डोर” जाकर लोगों को टीबी के लक्षणों जैसे दो 15 से ज्यादा खाॅसी खाॅसतें समय बलगम के साथ खून का आना सीने में दर्द की शिकायत15 दिनों से लगातार बुखार आना लगातार वजन कम होने की शिकायत ऐसे लोगों की तुरंत बलगम की जांच कराई जायेगी।