मिडिया रिपोर्टर्स के मुताबकि बराक ओबामा के कार्यकाल के दौरान उनके साथ रहने वाले सोनल शाह को बाइडन की टीम में मौका नहीं मिला है. इसके अलावा चुनाव प्रचार के दौरान बाइडेन के साथ काम करने वाले अमित जानी को भी बाहर रखा गया है.वॉशिंगटन. जो बाइडन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति बन गए हैं. बुधवार को उन्होंने शपथ ली. उनकी टीम में किसे जगह दी गई है और किसे नहीं इसको लेकर अब चर्चा शुरू हो गई है. कहा जा रही है कि उनकी टीम में ऐसे लोगों को जगह नहीं दी गई है जिनके तार भारत में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) या फिर बीजेपी से जुड़े हैं. बिडेन की टीम में लगभग 20 भारतीय-अमेरिकियों को नियुक्त किया गया है.मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबकि बराक ओबामा के कार्यकाल के दौरान उनके साथ रहने वाले सोनल शाह को बाइडन की टीम में मौका नहीं मिला है. इसके अलावा चुनाव प्रचार के दौरान बाइडन के साथ काम करने वाले अमित जानी को भी बाहर रखा गया है. कहा जा रहा है कि जानी के तार बीजेपी और आरएसएस से जुड़े हैं. भारत और अमेरिका के कई संगठनों ने ये मुद्दा उठाया था.RSS से रिश्ते!सोनल शाह के पिता का आरएसएस-बीजेपी से पुराना नाता है. उनके पिता आरएसएस द्वारा संचालित एकल विद्यालय के फाउंडर रहे हैं. सोनल भी इस संस्था के लिए पैसे इकट्ठा करती थी. अमित जानी को दोबारा राष्ट्रीय एशियाई अमेरिकी और प्रशांत द्वीप समूह के निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया था. कहा जाता है कि उनके परिवार के पीएम मोदी और दूसरे भाजपा नेताओं के साथ संबंध हैं. 19 भारतीय-अमेरिकी संगठनों ने बिडेन को लिखा है कि भारत में दूर-दराज के हिंदू संगठनों से संबंध रखने वाले कई दक्षिण एशियाई-अमेरिकी डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ जुड़े हैं.