कुंवर गांव। सालारपुर क्षेत्र के गांव सिलहरी में मुरादाबाद बिसौली हाईवे स्थित टावर के पास चतुर्थी दिन की चल रही। श्रीमद् भागवत कथा मे वृंदावन से आयीं साध्वी देवी गीता शास्त्री कथावाचक ने 6 वर्ष की अवस्था में धूम्र महाराज ने लक्ष्मीपति नारायण भगवान को प्राप्त कर अपना जीवन ध्यान किया है। और कथा सुनाते हुए कहा की हमारा आपका पूरा जीवन निकल जाता है किंतु हमारे पास भगवान का भजन करने का समय नहीं निकलता है इसलिए हम सबको भगवान के साक्षात स्वरूप के दर्शन नहीं होते हैं।अगर भगवान को पाना है तो हमें भी भक्त ध्रुव की तरह अटल बनना पड़ेगा श्री राधे श्याम श्री कृष्ण के जन्म की कथा सुनाई। जिसे सुनकर सभी श्रोता भक्ति में लीन हो गए। श्रीमद् भागवत कथा के माध्यम से कथा वाचक ने पहले धर्म अर्थ काम मोक्ष की महेता पर प्रकाश डाला। साथ ही उन्होंने कहा कि जब जब धारा, पर अत्याचार ,दुराचार ,पापाचार् बढ़ रहा हैं तब तक प्रभु का अवतार हुआ है प्रभु का अवतार अत्याचार को समाप्त करने और धर्म की स्थापना करने के लिए होता है। जब धरा पर मथुरा के राजा कंस के अत्याचार अत्यधिक बढ़ गए तब धरती की करूण पुकार सुनकर श्री हरि विष्णु ने देवकी माता के अष्टम पुत्र के रूप में भगवान श्री कृष्ण ने जन्म लिया। इस मौके पर भागवत कथा के मुख्य अतिथि मदन सिंह, महीपाल सिंह, कल्लू सिंह, चंद्रपाल सिंह, सनी पटेल, श्रीपाल सिंह और पप्पू भैया, प्रमोद कुमार, वीरेंद्र सिंह, तेजपाल सिंह, बिजनेस कुमार, दिनेश कुमार, जगदीश सिंह, कैलाश सिंह, मोहित पटेल, आदि लोग मौजूद रहें।