बदायूं। भारतीय किसान यूनियन गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर ट्राली से परेड करने आए थे तभी ट्रैक्टरों ट्राली की लंबी कतार व उग्र भीड़ के देखकर प्रशासन के हाथ पैर फूल गए और बड़ी जायरत पर सीओ सिटीआलोक मिश्रा भारी फोर्स के साथ आकर रोकने का प्रयास किया। भारतीय किसान यूनियन पदाधिकारी मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना वरिष्ठ मंडल उपाध्यक्ष चौधरी सौदान सिंह जिलाध्यक्ष रामाशंकर शंखधार, शहर अध्यक्ष हारूनगौश युवा जिलाध्यक्ष अमरपाल सिंह वह जिला प्रभारी झाझन सिंह जिले के प्रमुख महासचिव नरेंद्र कुमार सक्सेना के कुशल नेतृत्व में एआईटीओ ऑफिस के पास सुबह 10:00 बजे से ही ट्रैक्टर लेकर किसान एकत्र होना शुरू हो गए थे दोपहर 2:00 बजे के करीब बिल्सी बाईपास से सैकड़ों की संख्या में खाली ट्रैक्टर कुछ ट्रैक्टरों में ट्राली भी लगी हुई थी जिनमें खाने की व्यवस्था थी पहले सभी किसानों ने खाना खाया फिर अपने ट्रैक्टरों पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा झंडा व किसान यूनियन का झंडा लगाकर परेड शुरू की जैसे ही परेड के ट्रैक्टर बड़ी जायरत पर पहुंचे सीओ सिटी कई थानों की फोर्स के साथ के पहुंच गए वह शहर में परेड निकालने के लिए मना कर रहे थे।भारतीय किसान यूनियन के मंडल उपाध्यक्ष चौधरी सौदान सिंह मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना जिलाध्यक्ष रामाशंकर शंखधार से पुलिस की तीखी नोकझोंक हुई।
उन्होंने कहा आज संविधान लागू हुआ 74 साल पहले आज 26 जनवरी है किसानों को भी अधिकार है कि मैं अपनी 26 जनवरी के लिए धूमधाम से मनाएं यह कैसा संविधान है किसान यूनियन किसान अन्नदाता 26 जनवरी को नहीं मना सकते उन्हें शहर में घुसने नहीं दिया जाएगा ऐसे संविधान में कहीं भी प्रावधान नहीं है अगर है तो हम वापस चले जाते हैं और नहीं हैं तो हम हैं इसे गिरफ्तारी देंगे क्योंकि यह आव्हान संयुक्त मोर्चा वह भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत द्वारा किया गया था। आज कम से कम यहां हमारी गिरफ्तारी हो तो पता तो चल सके देश के अन्नदाता गलत काम कर रहे थे गणतंत्र दिवस पर तिरंगा फहरा रहे थे और यह देश के विरोध में काम था इसलिए इन्हें जेलों में भेजा गया यह संदेश जाना चाहिए बाकी की लड़ाई बदायूं की धरती पर खुद चौधरी टिकैत आकर लड़ेंगे लेकिन हम वापस नहीं जाएंगे काफी देर तक हंगामा होता रहा किसान ट्रैक्टर से नीचे उतर आए प्रशासन बैकफुट पर आया और उन्होंने किसानों को मनाने का सिलसिला जारी रखा तब कहीं जाकर किसान शांत हुए और उन्हें इस्लामिया इंटर कॉलेज तक ले जाया गया जहां सभी ट्रैक्टरों के लिए एक बड़े मैदान में एकत्र कराकर सभा कराई गई इस अवसर पर मंडल उपाध्यक्ष चौधरी सौदान सिंह ने कहा की यह कैसी आजादी है किसान पर पाबंदी है किसान के घर आजादी नहीं आई है किसानों से छलावा किया जा रहा है इस देश में किसान कर्ज में डूब रहा है पूंजीपतियों के कर्ज माफ किए जा रहे हैं। इन सभी विषयों पर आज महामहिम राष्ट्रपति के नाम संबोधन हम ज्ञापन दे रहे हैं।इस अवसर पर मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना ने कहा हमें नहीं लगता कि हम आजाद मुल्क में हैं इन से ज्यादा जुल्म करने वाला ब्रिटिश हुकूमत भी नहीं थी आज किसानों की स्वतंत्रता इसी बात से प्रतीत होती है। संविधान लागू हुए 74 वर्ष गुजर गए और किसान आज भी गुलाम है उसे शहर में नहीं घुसने दिया जाएगा उसका ट्रैक्टर शहर में नहीं आएगा ऐसी पाबंदियों को हम कुचल देंगे अपनी जान दे देंगे परंतु हिटलर शाही नहीं चलने देंगे हम प्रशासन और शासन को बताना चाहते हैं यह देश का अन्नदाता है और यह आपकी हिटलर शाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा इस अवसर पर जिलाध्यक्ष रामाशंकर शंखधर ने कहा देश में पूंजीपति उद्योगपतियों के लाखों करोड़ों रुपया माफ किया जाता है वट्टे खाते में डाला जाता है और अन्न दाताओं को जेल में डाला जाता है उनके घरों की नीलामी की जाती है उनके खेतों की नीलामी की जाती है उन पर जुल्म किया जाता है यह कैसी आजादी है यह कैसा संविधान है यह कैसा कानून का राज्य है किसानों के आजादी के लिए अब फिर से लड़ाई लड़नी होगी जिलाध्यक्ष ने कहा है कि अभी मेरा 2 महीने का कार्यकाल है अब मैं जिले में घूम घूम कर बड़ा संगठन तैयार करूंगा बैंकों के कर्ज को लेकर बड़ी लड़ाई लड़ लूंगा किसी भी किसान की जमीन नीलाम नहीं होने दूंगा कोई भी किसान बिजली के बिल व कृषि लोन पर नीलामी होगी तो सीधी लड़ाई भारतीय किसान यूनियन लड़ेगी क्योंकि भारतीय किसान यूनियन धरती को अपनी मां मानती है और जिसकी मां की नीलामी हो उसे सहन नहीं किया जाएगा जिलाध्यक्ष रामाशंकर शंखधार आज किसानों की ट्रैक्टर रैली को देख काफी गदगद थे। किसानों के हौसले बुलंद देखकर भारतीय किसान यूनियन की ट्रैक्टर परेड को मध्य नजर रखते हुए प्रशासन पूर्व संध्या से ही नजर बनाए हुए था वह बड़े पदाधिकारियों के संपर्क में रहा परंतु उससे यह अंदाजा नहीं था की किसान सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टर रैली करेंगे जब यह रैली एआईटीओ दफ्तर से शुरू हुई तो एआरटीओ तो दफ्तर पर था और दूसरा सिरा बड़ी जारत से आगे था इतनी लंबी कतार देखकर प्रशासन के हाथ पैर फूल गए काफी जद्दोजहद के बाद ट्रैक्टर रैली शुरू हुई और प्रशासन ने मना कर किसानों से मन्नत करके इस्लामिया इंटर कॉलेज में सभा कराई कई थानों की फोर्स लगाई गई थी एडीएम प्रशासन एसपी सिटी, एसडीएम सदर कोतवाली सदर थाना सिविल लाइन अध्यक्ष कई महिला थाने की फोर्स लगी हुई थी इस्लामिया इंटर कॉलेज पर छावनी में तब्दील कर दिया गया था।इस अवसर पर म्याऊं के सुपट्टर सिंह, कल्याण राठौर, राजेंद्र पाठक, उझानी से पंडित राम कुमार शर्मा, बिनावर से ठाकुर अजय पाल सिंह, अर्जुन सिंह, पप्पू सैफी, आरिफ गाजी, साबिर हुसैन, सुरेश दीवान, बिल्सी से ठाकुर अजय सिंह,बाबू खान, रईस अहमद, तेजपाल सिंह मौर्य, युवा जिलाध्यक्ष अमरपाल सिंह, जिला प्रभारी झाझन सिंह, नगर अध्यक्ष हारूनगौश, नूरुद्दीन,महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष नसरीन बेगम, सिरसौली से इरफान खान, मदन लाल खुराना, जगतपाल मौर्य, भरत पाल मौर्य, पप्पू कुशवाहा व कादरचौक ब्लाक से भीमसेन, नेम सिंह प्रधान, शिशुपाल सिंह,हरचरण लाल वर्मा, ओमप्रकाश राजपूत, नूरुद्दीन, कैसर अली, वीरेंद्र पाली आदि लोग प्रमुख मौजूद रहे। शाम 5:00 बजे के बाद प्रशासन ने चैन की सांस ली जब किसानों ने अपनी रैली का और भाषण का समापन किया एसडीएम सदर द्वारा ज्ञापन लिया गया सिरसौली गांव की सड़क का उद्धार करने के लिए ज्ञापन दिया गया साय 5:00 बजे तक पुलिस इस्लामिया इंटर कॉलेज पर डटी रही।