मां भागीरथी भारतीय संस्कृति और संस्कारों की प्राण ऊर्जा: पटेल
-गायत्री परिजनों ने शांतिकुंज से आए अमृत कलश का किया पूजन
बदायूँ।अखिल विश्व गायत्री परिवार, शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में सिविल लाइन स्थित सुधीर नर्सिंग होम के निकट ‘आपके द्वार, पहुंचा हरिद्वार‘ कार्यक्रम के तहत दिव्य अमृत कलश का पूजन, विराट दीपयज्ञ और प्रातः पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन के साथ विभिन्न संस्कार संपन्न हुए।
शांतिकुंज से आए टोली नायक रमा शंकर पटेल ने कहा कि मां गंगा भारत की जीवन रेखा, संस्कृति और संस्कारों की प्राण ऊर्जा है। मां भागीरथी की अमृतधारा के तटों पर संपूर्ण गांव तीर्थ बनें। उन्होंने कहा कोरोना के कारण लाखों श्रद्धालु कुंभ स्नान के लिए नहीं पहंुच पाएंगे। शांतिकुंज हरिद्वार द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रम ‘आपके द्वार, पहंुचा हरिद्वार‘ के अंतर्गत करोड़ों घरों में गंगाजली स्थापित कर देवस्थापना कराई जाएगी। यज्ञीय श्रंखला भी चलेगी।
सहायक टोली नायक डीपी सिंह ने आगामी कार्यक्रमों से अवगत कराया। जयसिंह और सुनील सिंह ने ‘आपके द्वार पहुंचा हरिद्वार, जय मां गंगे-जय मां गायत्री आदि प्रज्ञागीतों की शानदार प्रस्तुति दी।
ट्रस्टी अनिल प्रकाश गुप्ता ने वेदमंत्रोच्चारण कर दीपयज्ञ संपन्न कराया। नत्थूलाल शर्मा, परिब्राजक सचिन देव, मातृशक्ति शशि प्रजापति, शिवंवदा सिंह ने सुंदरकांड की शानदार प्रस्तुति दी। प्रातः पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ हुआ। श्रद्धालुओं, साधु संतों और गणमान्य नागरिकों को गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र की विशेष आहुतियां लोककल्याणार्थ यज्ञ भगवान को समर्पित की।
इस मौके पर कालीचरन पटेल, उदयभान गुप्ता, ज्ञानेंद्र भारद्वाज, भगवान दास, रजनी मिश्रा, संजीव पटेल, सुरेश मिश्रा, विपिन मिश्रा, ललतेश कुमार आदि मौजूद रहे।