महाराष्ट्र के राज्यपाल ने बरेली क्लब ग्राउंड में उत्तरायणी मेले का फीता काटकर किया शुभारम्भ
उत्तरायणी मेले में उत्तराखण्ड की सामाजिक, संस्कृति विरासत की झलक दिखाई देती है
उत्तरायणी मेले का आयोजन 13 से 15 जनवरी तक किया जाएगा, इसमें उत्तराखंड की कला, संस्कृति और लोकगीत, नृत्य की भव्य झांकियों का आयोजन किया जाएगा
भारतीय अर्थव्यवस्था में 2024-2025 तक जो केन्द्र सरकार पांच ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था का लक्ष्य रखा गया है। वह उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा लक्षित वन ट्रिलियन डॉलर के रास्ते से होकर गुजरेगा
। महाराष्ट्र के राज्यपाल महामहिम भगत सिंह कोश्यारी 10 बजे सी.एस.एम.आई. एयरपोर्ट मुम्बई से राजकीय वायुयान से 12ः15 बजे बरेली एयरपोर्ट पहुंचे, बरेली एयरपोर्ट से सड़क मार्ग द्वारा 12ः45 बजे सर्किट हाउस पहुंचे। उसके बाद 13ः35 बजे बरेली क्लब ग्राउंड में उत्तरायणी मेले का फीता काटकर शुभारम्भ किया। साथ ही उनके समक्ष विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई।
महामहिम राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तरायणी मेले में उत्तराखण्ड की सामाजिक, संस्कृति विरासत की झलक दिखाई देती है, इसके साथ-साथ इसका आर्थिक आधार महत्वपूर्ण है। क्योंकि इसमें सूक्ष्म एवं लघु कुटीर उद्योग के माध्यम से इस मेले में आर्थिक प्रदर्शन एवं व्यापार भी होता है। उन्होंने कहा कि पिछले 26 वर्षों से उत्तरायणी मेले का भव्य आयोजन किया जाता रहा है, जिसमें बरेली के साथ-साथ आस-पास के जिलों के लोगों का प्रमुख योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तरायणी मेले का आयोजन 13 से 15 जनवरी तक किया जाएगा, इसमें उत्तराखंड की कला, संस्कृति और लोकगीत, नृत्य की भव्य झांकियों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश समस्त क्षेत्रों में प्रगति कर रहा है और आज सामाजिक सांस्कृतिक विविधता के साथ-साथ भारतीय अर्थव्यवस्था में 2024-2025 तक जो केन्द्र सरकार पांच ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था का लक्ष्य रखा गया है। वह उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा लक्षित वन ट्रिलियन डॉलर के रास्ते से होकर गुजरेगा।