बदायूं। जिला महिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में भर्ती प्रसूता के भोजन में चूहे की “पोटी” निकली प्रसूता ने जैसे ही भोजन खाया उसे उल्टी होने लगी प्रसूता ने अपनी सास को बुलाया कहा कि देखो दाल में क्या चीज है तो पता लगा कि भोजन में चूहे की मिगनी (पोटी) निकली।जिसकी शिकायत अस्पताल की सीएमएस से गई।उन्होंने किचिन के कर्मचारियों को बुलाकर भटकार लगाई। और ठेकेदार को चेतावनी देते हुए कहा कि भविष्य में ऐसी गलती नहीं होनी चाहिए।महिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में भर्ती प्रसूता नूर निशा पत्नी साजिद निवासी मोहल्ला काजी सहसवान की आप्रेशन से डिलीवरी हुई थी जिसको अस्पताल की तरफ भोजन दिया गया प्रसूता ने जैसे ही भोजन खाया उसे उल्टी होने लगी प्रसूता ने अपनी सास को बुलाया कहा कि देखो दाल में क्या चीज है तो पता लगा कि भोजन में चूहे की मिगनी(पोटी) निकली।जिसकी शिकायत अस्पताल की सीएमएस से गई।उन्होंने किचिन के कर्मचारियों को बुलाकर भटकार लगाई। और ठेकेदार को चेतावनी देते हुए कहा कि भविष्य में ऐसी गलती नहीं होनी चाहिए।अस्पताल की तरफ से प्रसूताओं को मिलने वाले भोजन की क्वालिटी बहुत ही खराब है जबकि सरकार की तरफ से बेहतर स्वास्थ्य, बेहतर भोजन के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे है।उसके बावजूद भी व्यवस्था बहुत खराब है कर्मचारी सुधरने का नाम नहीं ले रहे है और मनमाने तरीके से काम कर रहे हैं।प्रत्यदर्शियों क्या कहना बेबी निवासी कबूलपुरा ने बताया कि अस्पताल की तरफ से प्रसूताओं को खाना दिया जा रहा है उसकी क्वालिट बहुत खराब है खाने के साथ जो मूंग की दाल मिल रही है। जिसमें दो दिन से लगातार चूहे की लैट्रिन दिखाई दे रही है। सामने वाले मरीज जैसे ही मूंग की दाल खाई तभी उसे उल्टी होने लगी।जिसकी शिकायत अस्पताल अधिकारियों से की गई है। अब देखना यह है कि किस पर क्या कार्रवाई होती है अगर खाने की खाद्य सुरक्षा विभाग के द्वारा जांच होती है तो सब की पोल खुल जाएगी। महिला अस्पताल में जहां किचिन बनी है वहां हमेशा गंदगी रहती है बराबर में कूड़ा दान बना हुआ है जहां अस्पताल का संक्रमित कूड़ा फेंका जाता है वहां कुत्ता, बंदरों के बाद अब चूहों का आना शुरु हो गया जबकि कुछ समय पूर्व जिलाधिकारी ने किचिन का निरीक्षण किया था उन्होंने भोजन की क्वालिटी बेहतर देने के लिए निर्देशित किया था उसके बाबजूद भी भोजन की क्वालिटी अच्छी नही की गई।महिला अस्पताल में शुक्रवार को सर्जिकल वार्ड में भर्ती प्रसूता की भोजन खराब सूचना मिली तो जब इस बारे में मुख्य चिकित्सा अधीक्षका डा. पुष्पा पंत त्रिपाठी से जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने इसकी शीघ्र ही क्वालिटी बेहतर करवाने की बात कहीं है।