जिलाधिकारी उमेश प्रताप सिंह ने कौशल विकास मिशन के अंतर्गत चलाए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों एवं प्लेसमेंट की समीक्षा कर दिये निर्देश

दिये जा रहे प्रशिक्षण की गुणवत्ता जांच हेतु किया निर्देशित

प्लेसमेंट की स्थिति में सुधार के दिये निर्देश

ट्रेनिंग पार्टनर मे वास नालेज ग्रोथ इनिशियेटिव द्वारा लक्ष्य से अत्यंत कम प्रशिक्षण दिए जाने पर डीएम ने की कड़ी नाराजगी व्यक्त

जिलाधिकारी के निर्देश सभी प्रशिक्षण केन्द्रों में अनिवार्य रूप से सीसीटीवी कैमरे लगाये जाये

जिलाधिकारी उमेश प्रताप सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के अंतर्गत चलाए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों एवं प्लेसमेंट की समीक्षा बैठक सम्पन्न की । बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कौशल विकास मिशन के अंतर्गत जनपद में तैनात सभी ट्रेनिंग पार्टनर्स के कार्यों की समीक्षा की। प्रशिक्षण के उपरान्त प्लेसमेंट की खराब प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों का प्लेसमेंट बढ़ाया जाए। साथ ही पूर्व में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके अभ्यर्थियों से फोन द्वारा संपर्क करते उनके नियोजन अथवा उनके द्वारा स्वरोजगार में संलग्न होने की सूचना प्राप्त की जाये। जिलाधिकारी ने दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के अंतर्गत संचालित कार्यों की समीक्षा भी की।


ट्रेनिंग पार्टनर मे वास नालेज ग्रोथ इनिशियेटिव द्वारा लक्ष्य से अत्यंत कम प्रशिक्षण दिए जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि आख्या मिशन डायरेक्टर को प्रेषित की जाये। साथ ही प्रशिक्षण कार्यक्रमों में सुधार हेतु निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी प्रशिक्षण केन्द्रों में अनिवार्य रूप से सीसीटीवी कैमरे लगाये जाये। साथ ही गुणवत्ता की जांच हेतु नियमित रूप से निरीक्षण किये जाने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि उनके द्वारा भी औचक निरीक्षण किये जायेगें। जिलाधिकारी ने लक्ष्य के अनुरूप अभ्यर्थियों को प्रशिक्षित किये जाने हेतु भी निर्देश दिये।


बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उच्च गुणवत्ता का प्रशिक्षण प्रदान करना तथा प्रशिक्षार्थियों को को रोजगार से जोड़ने के लिये सभी प्रकार की सहायता उपलब्ध कराना है। उन्होने बताया कि व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के अन्तर्गत प्रदेश के 14 से 35 वर्ष आयुवर्ग के अल्पशिक्षित युवाओं को निजी व सार्वजनिक क्षेत्र की सहभागिता में उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन द्वारा रोजगारपरक अल्पकालीन प्रशिक्षण दिलाकर हुनरमंद बनाकर उन्हें रोजगार / स्वरोजगार में स्थापित करने का प्रयास है। उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन का उद्देश्य नये-नये व्यवसाय खोलकर युवक-युवतियों को वक्त की चुनौतियों से निपटने एवं उनके बेहतर भाविष्य को सवारने के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करना भी है। इस नीति के क्रियान्वयन हेतु उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन का गठन किया गया है, जिसके द्वारा कौशल विकास की छः केन्द्रीय योजनाओं, एक राज्य स्तरीय योजना तथा प्रदेश के वित्तीय संसाधनों से प्रशिक्षण कार्यक्रम को एकीकृत से मानकीकृत व्यवस्था के आधार पर संचालित किया जा रहा है।


बैठक के दौरान प्राचार्य राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान ने बताया कि योजना के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 हेतु 2764 प्रशिक्षार्थियों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य मिशन स्तर से आवंटित किया गया है। जिसके सापेक्ष 2440 पंजीकरण कर प्रशिक्षण प्रारम्भ कराया गया है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में विभिन्न रोजगार मेलों एवं अन्य माध्यमों से 456 प्रशिक्षणार्थियों को सेवायोजित कराया गया है।

बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी श्याम बहादुर सिंह, सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।

जिला सूचना कार्यालय शाहजहांपुर द्वारा प्रसारित।