कुंवर गांव। थाने के सामने से हर रोज सैंकड़ों गन्ना भरे ट्राला निकलते रहते हैं लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी रहती है क्योंकि स्थानीय पुलिस की ओवरलोड ट्रैक्टर- ट्राला चालकों से मिलीगत रहती है जिसके चलते इन पर कोई कार्यवाही नहीं हो पाती है। सर्दी का मौसम शुरू हो चुका है पूरे पूरे दिन कोहरा हटने का नाम नहीं ले रहा है जहां सड़क पर गन्ना भरे ओवरलोड ट्राला यम दूत बनकर दौड़ रहे हैं जिनपर पीछे रिफ्लेक्टर तक नही लगे हैं जिससे हमेशा रात में हादसा होने का डर बना रहता है। वही पुलिस प्रशासन व परिवहन विभाग लापरवाह बना हुआ है। ओवरलोडिंग रोकने में प्रशासन नाकाम साबित होता दिखाई दे रहा है। प्रतिदिन ट्रैक्टर-ट्रॉला एवं 6 टायरों वाले ट्राला में ओवरलोड गन्ना भरकर ढोया जा रहा है।जो सड़क पर आम जनमानस के लिए खतरा बना हुआ है जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता हैं।ओवरलोड ट्रेक्टर ट्रालों को देखकरराहगीरों की सांसे अटक जाती हैंइस समय गन्ना पेराई सत्र चल रहा है। माफिया अपना गन्ना ट्रैक्टर-ट्रॉलाओं से राणा शुगर मिल शाहाबाद एवं यदु शुगर मिल बिसौली को ले जा रहे हैं। लेकिन चीनी मिलों तक गन्ना ढोने की ट्रक द्वारा व्यवस्था गई है डबल मुनाफा के चलते वहीं किराये पर चलने वाले ट्रैक्टर-ट्रॉली में ओवरलोड गन्ना भरा जा रहा है। इन वाहनों के चालक ज्यादा मुनाफा के चलते ट्रॉलाओं में ओवरलोड गन्ना भर लेते हैं। जब ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रॉली सड़क पर चलते हैं, तो राहगीरों की सांसें अटक जाती हैं। क्षमता से ज्यादा गन्ना भरा होने के कारण ट्रैक्टर आगे से उठ-उठ कर चलते हैं ओवरलोड गन्ना ढोने वाले ट्रैक्टर ट्रॉलाओं को कागजों में ट्रक दर्शाया जाता है ,लेकिन चीनी मिलों और परिवहन विभाग की मिलीभगत से ट्रॉलों में गन्ना ढोया जा रहा है। ट्रक में 110 कुंतल गन्ना ले जा सकता है। जबकि ट्रॉले में दो सौ लेकर तीन सौ कुंतल से तक गन्ना ढोकर चीनी मिलों में जा रहा है।इस संबंध में नगर लेखपाल आकाश सक्सेना ने आंवला बदायूं मार्ग पर चल रहे ओवरलोड ट्रेक्टर – ट्रालाओं की रोकथाम के लिए सदर एसडीएम को रिपोर्ट भेजी है। इस संबंध में एआरटीओ सुहेल अहमद का कहना है कि गन्ना ओवरलोडिंग की सूचना मिली‌ है जल्द कार्यवाही की‌ जाएगी।