। सम्भागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन दिनेश कुमार ने बताया है कि शीत ऋतु में सड़क यात्रा करने में कोहरा एक बड़ी समस्या है। उन्होंने कहा कि कोहरे में दृश्यता कुछ ही मीटर रह जाती है और प्रायः सड़क दुर्घटनायें हो जाती हैं, कुछ सावधानियां बरतकर दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोहरे में यात्रा न करें, समय अवश्य बहुमूल्य है, परंतु जीवन अनमोल है एवं कोहरे में चलने की विवशता होने पर अपने वाहन को अत्यंत धीमी गति से चलाएं और सतर्क रहें। उन्होंने कहा कि अपनी खिड़की के शीशे थोड़ा खुला रखें, तापमान को ए0सी0 और हीटर के बीच सेंटिंग पर रखें, उसकी हवा विंडस्क्रीन की ओर कर दें, इससे विंडस्क्रीन पर भाप नहीं जमेगी, फ्रंट डिमीस्टर और रियर डिफॉगर का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि अपने वाहन के फॉग लैम्प और हेडलैम्प को ऑन कर दें, हेडलाइट को ‘लो बीम‘ पर रखें, अपने वाहन की हैजर्ड लाईट्स को ऑन कर दें, पार्किंग लाईट्स भी जला लें, स्टीरियों या एफ0एम0 को बंद कर दें। उन्होंने कहा कि वाहन धीमी गति से एक दूसरे के पीछे चलें, अपने वाहन के आगे एवं पीछे चल रहे वाहनो से एक निश्चित दूरी बनाये रखें, आवश्यकता पड़ने पर ब्रेक धीरे लगायें।

RTO ने कहा कि एक ही लेन में चलें और ओवर टेक न करें, सड़क के बीच में खड़े खराब वाहनों व सड़क किनारे पर किए गए वाहनों से सावधान रहें। उन्होंने कहा कि कोहरे के कारण अक्सर दृष्टिभ्रम हो जाता है, टू-लेन की सड़क पर वाहन की गति कम रखते हुए सड़कों के बाएं किनारे के सहारे चलें। सड़क के बीच में कदापि न चले। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र जहां डिवाइडर हों वहां डिवाइडर के सारे चलें, एक्सप्रेस-वे पर अपनी निर्धारित लेन में ही चलें, यदि दिन में कोहरा हो तो दिन में भी हेड लाइट जला कर ही चलें। उन्होंने कहा कि अपनी सुरक्षा के लिए अपने वाहन के पीछे लाल रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप अवश्य लगायें। कृषक बंधु भी अपनी सुरक्षा के लिए ट्रैक्टर-ट्राली के पीछे लाल रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप लगवायें। मोटर वाहन अधिनियम के अंतर्गत व्यावसायिक वाहनों में आगे सफेद व पीछे की ओर लाल रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप लाना होना अनिवार्य है।