बदायूं। बिसौली तहसील के गांव में बगरैन तालाब को लेकर तालाब स्वामी रामबाबू कश्यप ने जिला मुख्यालय मालवीय आवास गृह पर भूमाफियाओं से मुक्त कराने के लिए भूख हड़ताल पर दर्जनों लोगों के साथ मंगलवार को बैठे रामबाबू कश्यप ने कहा विगत एक वर्ष से जिला प्रशासन के लिए हजारों पृष्ठों की शिकायती पत्र दे चुके है। जिसकी 1588 गाटा संख्या निजी 36 किसानों का तालाब है जिस पर भू माफियाओं को बिसौली तहसील प्रशासन के सहयोग से विगत 6 वर्षों से मछली पालन कराया जा रहा है उसके किनारे लगे हुए 936 यूकेलिप्टस के पेड़ जो किसानों द्वारा लगाए गए उनको तहसीलदार द्वारा जप्त किया गया है और किसानों पर जुल्म ढाया जा रहा है उन्हें धमकाया जा रहा है कि यह यह पेड़ किसानों के नहीं है भू माफियाओं की मिलीभगत से तहसील प्रशासन 154 बीघा शासकीय तालाब पर नियम विरुद्ध पट्टा करके शासन प्रशासन को गुमराह किया जा रहा है जबकि 154 बीघा ग्रामसभा का तालाब के सहारे 96 बीघा निजी तालाब पर कब्जा किया गया है इसको मुक्त न कराना तहसील प्रशासन की  कामयाबी है बल्कि 154 बीघा का पट्टा और ढाई सौ बीघा पर मछली पालन जैसा कार्य किया जा रहा है।जिसमें पूरी हिस्सेदारी तहसील प्रशासन की है तहसील प्रशासन गरीब 36 किसानों के हकों पर डाका डाल रहा है। जिलाधिकारी कार्यालय में इन किसानों ने अपने तालाब किनारे पेड़ों के शपथ पत्रों के साथ साक्ष्य दिए हैं वर्ष 2012 में 10 मई के लिए ठेकेदार द्वारा शपथ पत्र दिए गए कुछ हिस्से में सरकारी पेड़ है जिन की नीलामी की गई है उस नीलामी के लिए जन सूचना के तहत आज तालाब के स्वामियों द्वारा पत्र डाल दिया गया है वर्ष 2012 में कुछ पेड़ों की नीलामी हुई आप सभी पेड़ों पर किस हैसियत से तहसीलदार किसानों के पेड़ों को जप्त कर रहे हैं यह सभी सबूतों में आ जाएगा जब तक तालाब का सीमांकन नहीं हुआ और ना ही पेड़ों का मालिकाना अधिकार अभी तक सिद्ध नहीं है फिर तहसीलदार द्वारा नीलामी के लिए किस हैसियत से कार्रवाई शुरू की गई है जिलाधिकारी द्वारा इस प्रकरण की निष्पक्षता से जांच कराई जा रही है। अब शीघ्र ही भूमाफिया और तालाब को संरक्षण देने वाले किसी भी कीमत पर बक्से नहीं जाएंगे क्योंकि एक साल से निरंतर तहसील प्रशासन झूठी आख्या देकर प्रशासन शासन को धोखा दिया जा रहा है अपने कर्तव्य के प्रति कर्तव्य हीनता उच्च अधिकारी द्वारा की गई है इस विषय को लेकर अब लड़ाई आरपार के साथ लड़ी जाएगी इस अवसर पर बरेली मंडल उपाध्यक्ष चौधरी सौदान सिंह ने कहा किसानों के साथ इतनी बड़ी नाइंसाफी जिला प्रशासन अभी तक इस पर निर्णय नहीं ले पाया भू माफियाओं को संरक्षण देने वाले आखिर कहां तक सबूतों के लिए मिटायेंगे सारे सबूतों के साथ हम धरना स्थल पर बैठे हैं आला अधिकारियों के लिए पूरे सबूत पेश किए जाएंगे भू माफियाओं के लिए तहसील प्रशासन पूर्ण समर्थन दे रहा है और तहसील प्रशासन के ही देखरेख में मछली का पालन हो रहा है जिसमें तहसील प्रशासन की हिस्सेदारी है इस अवसर पर मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना ने कहा कि यह प्रकरण जिला स्तर शांतिपूर्वक तरीके से एक साल से लड़ा गया इस लड़ाई के लिए लखनऊ में लड़ी जाएगी इससे पीछे नहीं हटा जाएगा माननीय मुख्यमंत्री जनता दरबार में भी तालाब की गूंज पहुंचाई जाएगी राजेश सक्सेना ने कहा किसी भी कीमत पर इन गरीबों की लड़ाई के लिए कमजोर नहीं होने दिया जाएगा तहसील प्रशासन एक वर्ष से निरंतर इन किसानों पर जुल्म ढा रहा है तहसील दिवस में तालाब स्वामी रामदास कश्यप और तिलक चंदन पर एसडीएम बिसौली द्वारा गलत व्यवहार किया गया और उनका प्रार्थना पत्र नहीं लिया गया इससे खफा किसान जिलाधिकारी के लिए एक शिकायती पत्र सौंप रहे हैं जिसमें एसडीएम बिसौली के इस तरह के प्रकरण की जांच कराई जानी चाहिए इस तरह किसानों के सलूक किया जाएगा तो फिर किसान अपनी फरियाद लेकर कहां जाएगा। इस अवसर पर कमल कश्यप,तिलक चंदन, कश्यप ,रामदास कश्यप, सीताराम कश्यप, राजेश कश्यप, सरवन कश्यप, शिवदयाल सागर, ओमपाल सिंह ,उमाशंकर सागर, तेजपाल सिंह, महेंद्र प्रताप सिंह, वीरेंद्र पाली,समेत दर्जनों लोग उपस्थित रहे।