सहसवान। निकाय चुनाव जैसे जैसे करीब आ रहा है वैसे वैसे संभवित प्रत्याशियों की धड़कनें तेज हो रही हैं जबकि नगर में पिछले 5 साल में यहां विकास के नाम पर महज दावे और वादे हुए हैं। कई स्थानों पर पक्की सड़कें तक लोगों को मयस्सर नहीं हो सकी हैं। इधर पूरे 5 साल नगर के लोग जाएं एक तरफ गंदगी और सफाईकर्मियों की हड़ताल से जूझते रहे रहे। वहीं पथ प्रकाश व्यवस्था से लेकर अन्य सुविधाओं के लिए भी मोहताज दिखे। कुल मिलाकर लोगों का यही कहना है कि चेयरमैन ऐसा हो जो जनता की सुने। सहसवान नगर पालिका सीट से इस वक्त निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मीर हादी अली (बाबर मियां) काबिज हैं। लेकिन मौजूदा स्थिति यह की आम आदमी मौजूदा शासन से काफी खिन्न नजर आ रहा है। क्योंकि यह वही आम आदमी है जो सुविधाओं से वंचित रह गया। वजह चाहें जो भी रही हो लेकिन इस वक्त लोग खुलकर कुछ भी बोलने को राजी नहीं हैं।
हालांकि अपनी मांगे रखने से ऐतराज भी नहीं कर रहे। समस्याएं दूर करने में सक्षम हो चेयरमैननगर के सफुल्लगंज निवासी सचिन ने बताया इस बार उन्हें ऐसा चेयरमैन चाहिए जो कम से कम से कम समस्याओं को दूर करने का ढिंढोरा ना पीटे बल्कि उन्हें दूर करने में सक्षम हो। सफाई व्यवस्था रहे दुरुस्तइलाके के ही रहने वाले योगेश महेश्वरी का कहना है कि कम से कम सफाई व्यवस्था दुरुस्त रहना जरूरी है।
ताकि किसी भी तरह का संक्रमण न होने पाए। कोरोना बीत गया लेकिन यहां सफाई व्यवस्था लचर ही रही। पथ प्रकाश व्यवस्था रही ध्वस्त माधव ने बताया के इलाके में पथ प्रकाश व्यवस्था ठीक नहीं है। अगर लोग अपने घरों के बाहर की लाइट न जलाएं तो सड़कों पर अंधेरा पसरा रहता है।
कम से कम जो भी चेयरमैन बने उसे पथ प्रकाश व्यवस्था की ओर गंभीरता से ध्यान देना होगा। पेयजल किल्लत से मिले निजात हिमांशुके मुताबिक पेयजल व्यवस्था भी काफी हद तक बढ़ गई। इसलिए जरूरी है कि अगला चेयरमैन पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त करने वाला हो।