बदायूं। जिला क्षय रोग अघिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने प्रत्येक माह के 15 तारीख को प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में निःक्षय दिवस मनाये जाने के निर्देश दिये हैं।उन्होंने अपने आदेश में कहा कि टीबी मरीजों की शीघ्र पहचान कर गुणवत्ता परक उपचार तथा पोषण भत्ता का लाभ दिलाने के लिये प्रत्येक माह  मनाया जाना अति आवश्यक है। इसके अगले दिन कायर्क्रम की समीक्षा मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा की जायेगी तथा उसकी रिपोर्ट शासन को भेजेंगे। अगर किसी माह की 15 तारीख को अवकाश होगा तो उसके अगले दिन निःक्षय दिवस मनाया जायेगा। टीबी मुक्ति भारत अभियान के तहत वर्ष 2025 तक टीबी रोग से भारत को मुक्ति दिलाने के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर देश भर में अभियान चालाया जा रहा है। विश्व के कुल टीबी रोगियों में से सवार्धिक 20 प्रतिशत रोगी भारत में है। उत्तर प्रदेश में वर्ष 2022 हेतु 5- 5 लाख अधिसूचना का लक्ष्य भारत सरकार द्वारा निधार्रित किया गया है। देश में सवार्धिक जनसंख्या वाले उप्र ने टीबी मुक्त भारत अभियान में अग्रणी भूमिका निभाने के लिये कमर कस ली है। यह दिवस जिला अस्पताल के सभी सीएचसी,पीएचसी व हेल्थ वेलनेस सेंटर पर आयोजित किया जायेगा एवं आशाओं द्वारा प्रत्येक गांव में भ्रमण कर संभावित टीबी रोगियों को चिन्हित किया जायेगा और उन्हें जांच कराने हेतु प्रोत्साहित किया जायेगा।इस दिन ओपीडी के 10 प्रतिशत मरीजों की टीबी जांच हेतु रेफर करना है तथा जाॅच में पॉजिटिव आने पर उनका उपचार शुरू कर योजनाओं का लाभ दिलाना वह उनकी शुगर तथा एचआईवी की भी जाॅच की जायेगी। इस सभी प्रक्रिया की निःक्षय पोटर्ल पर एंट्री भी करनी है साथ ही लोगों को टीबी रोग के प्रति जागरूक भी करना।