जिलाधिकारी ने किया किसान सहकारी चीनी मिल के पेराई सत्र का शुभारम्भ
भारत को सोने की चिड़िया इस लिए कहा जाता था क्योंकि भारत में कृषि क्षेत्र प्रचीन काल में समृद्ध रहा
बरेली, 24 नवम्बर। जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी ने आज किसान सहकारी चीनी मिल लि0, सेमीखेड़ा के 39वां पेराई सत्र 2022-23 का विधि विधान के साथ हवन पूजन कर एवं फीता काटकर शुभारंभ किया।
जिलाधिकारी ने कहा कि गन्ना प्रारम्भ से ही प्रमुख फसलों में एक मानी जाती है। उन्होंने कहा कि इसका स्कोप बहुत अधिक है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार वर्तमान में हमारी जलवायु परिवर्तन के कारण कृषि क्षेत्र में प्रभाव पड़ रहा है उसके लिए नई तकनीकि के माध्यम से कृषि क्षेत्र में सुधार किया जाए, जिससे कृषक बन्धुओं को आर्थिक लाभ हो सकें। क्योंकि भारत में कृषि क्षेत्र हमेशा से ही सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान का केंद्र बिन्दु रहा है। उन्होंने कहा कि भारत को सोने की चिड़िया इस लिए कहा जाता था क्योंकि भारत में कृषि क्षेत्र प्रचीन काल में समृद्ध रहा, जिसके चलते किसान भी समृद्ध रहा। इसी के कारण भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता है और वर्तमान में भी कृषि क्षेत्र पूरी तरह से भारतीय जनमानस का केन्द्र बिन्दु बना हुआ है। उन्होंने किसान भाइयों से अपील की है कि किसान भाई अपने खेतों में पराली को जलाने के बजाये उसकी आर्गेनिक खाद बनाये। जिलाधिकारी ने बैल को गुड भी खिलाया। जिलाधिकारी, प्रधान प्रबंधक, कर्मचारी/अधिकारी एवं कृषकों द्वारा सामूहिक रुप से पटल पर गन्ना डालकर मिल का शुभारंभ किया। गत वर्ष 2021-22 के गन्ना पेराई लक्ष्य 40 लाख कुंतल के सापेक्ष कुल 32.31 लाख कुंतल गन्ना पेराई की गई। सत्र 2022-23 में प्राप्त लक्ष्य कुल 38 लाख कुंतल गन्ना पेराई की जानी है।