बदायूं। भारतीय किसान यूनियन असली अराजनैतिक की मासिक पंचायत मालवीय आवास पर हुई जिसका संचालन प्रदेश सचिव रविंद्र सिंह पटेल ने किया उन्होंने कहा कि जिले के अंदर आवारा गाय व जंगली पशु किसानों की फसलों को नष्ट कर रहे हैं।लेकिन किसान अपनी फसलों को नहीं बचा पा रहे हैं। सरकार खेतों से तार उतरवाने की बात कर रही है तार तभी उतरेंगे सरकार जब इन आवारा पशुओं का कोई स्थाई समाधान करेगी। उन्होंने कहा कि सदर तहसील के तहसीलदार की हिटलर शाही बढ़ती जा रही है किसान नेताओं को तहसील के अंदर तहसीलदार ने पंचायत करने की मनाई कर दी और किसान नेताओं को दलाल कहा 16 नवंबर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष की महापंचायत कराने के बाद शीघ्र ही तहसीलदार का इलाज करेंगे। पंचायत की कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए जिलाध्यक्ष केपीएस राठौर फौजी ने कहा कि जिले के प्रशासनिक अधिकारी किसान नेताओं को गुमराह कर देते हैं हजारों बार यदु शुगर मिल के बारे में लिखा लेकिन गन्ना भुगतान अभी तक नहीं डलवा पा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने 14 दिनों के अंदर भुगतान दिलाने को कहा था लेकिन 14 महीने हो गए गन्ना भुगतान नहीं मिल पा रहा है। जिले में लंपी वायरस से हजारों बेजुबान पशु मर रहे हैं प्रशासन गहरी निद्रा में सो रहा है जिला पशु चिकित्साधिकारी की नींद नहीं खुल रही है। जल्दी ही उनकी नींद हम खुलवा आएंगे। जिलाध्यक्ष ने कहा कि आरटीओ की मिलीभगत और मोटी रकम की सेटिंग होने के कारण छकड़ा चलवा दिए जबकि डीएम सभागार में आला अधिकारियों ने झगड़े पर रोक लगाने की सहमति दी थी कितने हजार में झगड़ा वालों से सेटिंग कर ली और छकडा चलबा दिये।अगर छकड़ा बंद नहीं कराए गए तो करेंगे आरटीओ ऑफिस का घेराव पंचायत की कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए जिला सचिव सूरज पाल सिंह ने उद्यानअधिकारी और उनके कर्मचारियों की मिलीभगत से सरकारी योजनाओं का लाभ दलालों को दिया जा रहा है और किसानों को गुमराह किया जा रहा है दलालों से मोटी रकम वसूलते हैं अगर उद्यान विभाग में दलालों की दलाली शीघ्र बंद नहीं की जाएगी तो उधान विभाग कार्यालय का घेराव करेंगे और धरना होगा उन्होंने कहा कि जिले में डीएपी और एनपीके की किल्लत है जो किसानों को झेलनी पड़ रही है शीघ्र डीएपी एनपीके सहकारी सोसायटी पर उपलब्ध कराया जाए जिससे किसान परेशान ना हो और बाजार में चोरी छुपे 15 सो रुपए मे दुकानदार बेच रहे हैं शीघ्र उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए और उनकी दुकानों के लाइसेंस निरस्त किए जाएं समस्या का समाधान नहीं होता तो भारतीय किसान यूनियन असली इनके खिलाफ धरना प्रदर्शन करेगी।