बदायूं। भगवान बुद्ध की तपोस्थली श्रावस्ती में चल रहे प्रांतीय युग सृजेता समारोह के दूसरे दिन आओ गढ़ें संस्कारवान पीढ़ी, युवाओं का कुशल नेतृत्व, हमारा आध्यात्मिक चिंतन के माध्यम से युवाओं को नवीन ऊर्जा प्रदान की गई। सायं को विराट दीपयज्ञ हुआ। शांतिकुंज हरिद्वार से आए राष्ट्रीय युवा प्रकोष्ठ प्रभारी केपी दुवे ने कहा कि ज्ञान गंगा का प्रवाह युवाओं तक पहुंच रहा है। युवा देवसंस्कृति और भारत माता के लिए हमेशा समर्पित हैं। हमारे युवा महामानव, देवमानवों के लिए आदर्श है। व्यक्ति निर्माण का श्री गणेश, संपूर्ण विश्व का मार्गदर्शन भारत के युवा ही करेंगे। शांतिकुंज हरिद्वार के युवा प्रकोष्ठ के आशीष सिंह ने कहा कि युवाओं को खोजें, आध्यात्मिक चिंतन से जोड़ें और सृजन के कार्य में लगाएं। गांवों को स्वच्छ, व्यसन मुक्त और तीर्थ बनाएं। उमंग, उत्साह और नवीन ऊर्जा से भरपूर युवा ही विपत्तियों, आपदाओं, पीड़ाओं का निवारण करेंगे। उन्होंने कहा पतन की ओर जा रही दुनियां को युग निर्माण योजना की मुख्य धारा ही बचाएगी। आओ गढ़ें संस्कारवान पीढ़ी की जोन समन्वयक डॉ. संगीता सारस्वत ने कहा कि मां निर्मात्री, सृजनकर्ता है। मां के प्रसन्न होने पर कार्यसिद्धि होती है। उत्तम संतान भाग्य से नहीं, कर्म से मिलती है।जैसी संतान चाहते हैं, वैसे बनें और वातावरण बनाएं। संस्कारों की परंपरा से भारत महान बनेगा। समारोह में गायत्री मंत्र की ऊर्जा, वृक्ष गंगा अभियान, हरीतिमा संवर्धन, भगवान बुद्ध और वेदमूर्ति पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के जीवन से जुड़ी प्रदर्शनी लगाई गई। समारोह में जिला सह समन्वयक संजीव कुमार शर्मा को सम्मानित किया गया। उन्होंने बताया कि बताया कि समारोह में 75 जिलों, अन्य प्रांतों और नेपाल आदि देशों से 10 हजार अधिक युवा प्रतिभाग कर रहे हैं। इस मौके पर ओमप्रकाश राठौर, संगीत विभाग के ओमकार पाटीदार, शिवनारायण साहू, बसंत यादव, कार्यक्रम संयोजक जयप्रकाश वर्मा, राम शरन, मुकेश, शिव पाठक, ओमकार, डीपी सिंह, प्रभाशंकर सक्सेना, भुवनेश वर्मा, बालक राम, सुखपाल शर्मा, नरेंद्र पाल शर्मा, पंकज कुमार, ध्रुव यादव, महेश प्रसाद आदि मौजूद रहे।