कुंवर गांव संवाददाता तेजेन्द्र सागर

कुंवर गांव। प्रदेश में बाल विकास परियोजना के अंतर्गत गांवों में सूखा पोषाहार बांटने की योजना चलाई जा रही । जहां गांव आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और स्वंय सहायता समूह की महिलाओं द्वारा सूखा पोषाहार वितरण किया जा रहा है। लेकिन कुछ जगहों पर स्वयं सहायता समूह की महिलाएं औ आंगनवाड़ी कार्यकत्री बंदरबांट करने में जुटी हुई हैं लेकिन प्रशासन उन पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है । ऐसा ही एक मामला सलारपुर ब्लाक क्षेत्र के गांव युसूफ नगर का सामने आया है जहां गांव में बने दो आंगनवाड़ी केंद्रों पर पिछले महा दाल वितरण कराई जानी थी लेकिन एक ही आंगनवाड़ी केंद्र पर समूह की महिलाओं ने 70 किलो दाल वितरण करा कर पल्ला झाड़ लिया है जबकि दो केंद्रों के लिए दाल वितरण के लिए लगभग बीस हजार रुपए आया था । जहां समूह की महिलाओं ने उसमें से छः हजार निकाल कर एक आंगनवाड़ी केन्द्र पर 70 किलो दाल वितरण कराकर पल्ला झाड़ लिया और वाकी बचे रुपए का बंदरबांट कर लिया । ऐसे में ग्रामीणों में समूह की महिलाओं के प्रति रोष प्रकट है जहां ग्रामीणों ने जिलाधिकारी महोदय से आंगनवाड़ी केंद्र की जांच कर कार्यवाही करने की मांग की है ।
उधर चार दिन पहले ब्लाक पर शिकायत करने पहुंचे दो गांवों के लोगों ने जब गांवों में दाल न वितरण होने शिकायत ब्लाक प्रमुख अशोक कुमार बर्मा से की तो उन्होंने शिकायत सुनकर बाल विकास अधिकारी देवेंद्र को बुलाकर जमकर फटकार लगाई और जमकर हंगामा काटा उस समय भी बाल विकास परियोजना ब्लाक मुख्यालय पर गांवों में वितरण होने वाले दूध व घी के पैकेट कम मिले थे।चार दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई है । इससे साफ सिद्ध होता कि बाल विकास परियोजना में अधिकारियों की मिलीभगत से बड़े पैमाने पर जमकर घोटाला किया जा रहा है ।

इस संबंध में बाल विकास परियोजना अधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया कि गांव में एक आंगनवाड़ी केंद्र पर दाल वितरण नहीं हुई है तो वहां की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने दाल उपलब्ध नहीं कराई होगी इसलिए वहां वितरण नहीं किया गया है। अगर स्वयं सहायता समूह की महिलाएं दाल उपलब्ध करा देती हैं तो उसके बाद दाल को वितरण किया जाएगा

(सीडीपीओ देवेंद्र )

इस संबंध में स्वयं सहायता समूह से संबंध में एनआरएलएम के अधिकारी धर्मेंद्र कुमार से बात की तो उन्होंने बताया की सभी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को अवगत करा दिया गया है की दाल वितरण का पैसा किसी के खाते में अगर नहीं आया है तो वह बैंक से समूह का पैसा निकाल कर आंगनवाड़ी केंद्रों को दाल उपलब्ध कराएं। पैसा बाद में डलवा दिया जाएगा।

(एनआरएलएम अधिकारी धर्मेंद्र कुमार)