सहसवन। डीएम दीपा रंजन ने कहा है कि अगर कोई बिना लाइसेंस के आतिशबाजी बेचता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आतिशबाजी बेचने के लिए लाइसेंस लेने के अलावा अन्य मानक भी पूरे करने होंगे डीएम ने सभी तहसीलों के एसडीएम, सीओ एवं अग्निशमन विभाग के अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं जिसको लेकर आतिशबाजी विक्रेता अपने-अपने लाइसेंस बनवाने के लिए दोड लगा रहे हैं। वही आतिशबाजी के लाइसेंस की पूरी प्रक्रिया करने के लिए अग्निशमन अधिकारियों द्वारा आतिशबाजी विक्रेताओं से अवैध वसूली की जा रही है।लाइसेंस पर मोहर लगाने के नाम पर प्रत्येक व्यक्ति से एक हजार रुपए लेकर मोहर लगाई जा रही है। अगर किसी व्यक्ति के पास रुपए देने के लिए नहीं है। तो उसके लिए फटकार कर भगा दिया जा रहा है। कि अगर तुम्हारे लिए अपने लाइसेंस पर मोहर लगवानी है। तो एक हजार रुपए देने होंगे तब कहीं जाकर तुम आतिशबाजी बेच पाओगे अन्यथा बिना लाइसेंस के आतिशबाजी बेचते हुए पाए गए तो कानूनी कार्रवाई कर जेल भेज दिए जाओगे आखिर ये अग्निशमन विभाग के अधिकारियों का कहां का न्याय है। आखिर आतिशबाजी विक्रेताओं से लाइसेंस पर मोहर लगाने के नाम पर अवैध वसूली क्यों की जा रही है।