मंडलायुक्त संयुक्‍ता समद्दार ने जिलाधिकारी दीपा रंजन एवं एसएसपी ओपी सिंह के साथ ट्रैक्‍टर-ट्राली पर सवार होकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। पानी इतना ज्‍यादा था कि वहां पैदल या कार से जाना संभव नहीं था।दातागंज क्षेत्र में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का जायजा लिया और रामगंगा में आई बाढ़ से जगह-जगह पुलिया कट जाने से ग्रामीणों का आवागमन बाधित हो गया है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि तीन दिन में पुलिया की मरम्मत करा दें ताकि आवागमन सुचारू हो सके। रामगंगा में बाढ़ से दातागंज तहसील क्षेत्र के दर्जनभर से अधिक गांव चपेट में आ चुके हैं। दो जगह सड़क कट जाने से ग्रामीणों का मुख्यालय से संपर्क कट चुका है। जिला प्रशासन ने जलभराव वाली जगह पर नाव की व्यवस्था करा दी है, लेकिन दिक्कतें बनी हुई हैं। मानिकपुर त्रिलोकपुर की पुलिया कट जाने से इस गांव के लोगों का तहसील मुख्यालय से संपर्क टूट गया है।

मंडलायुक्त ने दातागंज-बदायूं रोड, पुवायां-तिलहर-जैतीपुर मार्ग पर बाढ़ से हुई क्षति का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाढ़ पीड़ितों से संपर्क बनाए रखें। और खाने-पीने की किसी को दिक्कत न होने दें। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिए कि बाढ़ प्रभावित गांवों में स्वास्थ्य विभाग की टीमें भ्रमण करती रहें। इस दौरान एसडीएम दातागंज रामशिरोमणि समेत अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने महावा पुल पर चल रहा मरम्‍मत कार्य सहसवान-कछला मार्ग पर तहसील क्षेत्र में तोफी नगला के पास इसी वर्ष महावा नदी पर पुल बना है। बीते दिनों आई बाढ़ और वर्षा के बाद पुल का एप्रोच मार्ग पूरी तरह से पानी में बह गया और पुल का आवागमन प्रभावित हो गया था। जिसकी वजह से क्षेत्र के 5 गांव को काफी दिक्कत हो रही थी। इसको लेकर जिला प्रशासन और शासन स्तर पर शिकायत की गई। जिसके बाद सेतु निगम के परियोजना उप प्रबंधक वीके मौर्य के निर्देश पर ठेकेदार ने मरम्मत कार्य शुरू करा दिया है। जल्द ही पूरा एप्रोच मार्ग फिर से ठीक कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बाढ़ से जगह-जगह पुलिया और सड़क कट जाने से ग्रामीणों को आवागमन मुश्किल हो गया है। दैनिक जरूरतों की वस्तुओं के लिए ग्रामीणों को तहसील मुख्यालय तक पहुंचने के लिए नाव का सहारा लिया जाए। हजरतपुर क्षेत्र में रामगंगा की बाढ़ के कारण सबसे ज्यादा गांव प्रभावित हुए हैं। एडीएम संतोष कुमार वैश्य, एसडीएम रामशिरोमणि, सीएमओ डा. प्रदीप वाष्र्णेय समेत टीम ने नाव से बाढ़ प्रभावित गांवों में जाकर हालात का जायजा लिया था। हर्रामपुर, मौजमपुर, शेरपुर, गढ़िया पैगंबरपुर, नवादा बदन, लालपुर खादर, कुंडरा मजरा समेत दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में हैं। बाढ़ से प्रभावित भूमि का क्षेत्रफल 309 हेक्टेयर और जनसंख्या 5041 है।