बदायूं। बिल्सी गौशाला प्रदेश की सरकारी प्रमुख योजनाओं में शामिल है मगर यहां जिलेभर की गौशालाओं का बुरा हाल है। गौशाला में पल रहे पशुओं को खाने के लिए ना हरा चारा है और ना ही भूसा। ऐसा ही मामला बिल्सी तहसील क्षेत्र के ग्राम गढ़ी खानपुर का है। हर तीसरे दिन एक ना एक गाय मौत के मुंह में शमा ही जाती है। आखिर क्यों इसका जिम्मेदार कौन वही एक दिन से मृत पड़ी गौशाला में गाय के लिए दफन तक नहीं कराया गया जिससे ओर पास दुर्गंध तक आना शुरू हो गई वही पशुओं का ठीक से इलाज भी नहीं किया जा रहा है। हालात यह है कि गौशाला में रोज एक दो गायों की मौत हो रही है। गायों की दुर्दशा पर ना जिला प्रशासन ध्यान दें रहा और ना ही गौशाला संचालक एक तरफ लंबी वायरस जैसी बीमारी की वजह से गायों की जाने जा रही है।तो दूसरी तरफ गौशालाओं की देखरेख करने वालों की लापरवाही की वजह से वही आपको बताते चलें अगर कहीं पर किसी वरिष्ठ अधिकारी का गौशालाओं के लिए लेकर निरीक्षण करने के लिए दौरा होता है। तो अधिकारी के आने से पहले ही सब सेवाओं को सुचारू कर दिया जाता है। वही कागजों में दर्शा दिया जाता है। कि गौशालाओं की हालात बिल्कुल ठीक बने हुए हैं। लेकिन मुख्यमंत्री जी गौशालाओं के हालात काफी बुरे बने हुए हैं। जहां एक ना एक गाय की जान जा रही है।अगर किसी अधिकारी के लिए गौशालाओं को लेकर दौरा करना ही है।तो औचक निरीक्षण कीजिए किसी को पता ना चल सके कि किसी अधिकारी का दौरा है। वही सब दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। और भूख प्यास से मर रही गायों की जान भी बच जाएगी।