बदायूं। जिला महिला अस्पताल के कैंपस में बना वन स्टॉप सेंटर में बरामद किए जाने के बाद रखीं गईं एक दुष्कर्म पीड़िता समेत तीन किशोरियां मंगलवार सुबह तीन बजे फरार हो गईं। इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई हैं। दातागंज, वजीरगंज और सहसवान पुलिस ने इन तीनों किशोरियों के लिए 12-12 घंटे की दो-दो महिला आरक्षियों को लगा रखा था। नाइट ड्यूटी में साेती रही महिला कांस्टेबल रात में उनकी सुरक्षा की जगह ड्यूटी पर मौजूद तीनो महिला आरक्षी सोती रहीं और किशोरियां फरार हो गई। जानकारी होने पर दोपहर में डीएम दीपा रंजन और एसएसपी डॉ ओपी सिंह ने वन स्टॉप सेंटर पर पहुंच कर पूरे मामले की जानकारी ली। सहसवान से भेजी गई तीनाें किशाेरियां हुई फरारफरार हुई तीनों किशोरियों में सहसवान से भेजी गई किशोरी को एक अक्टूबर को, वजीरगंज व दातागंज की किशोरियों को पांच अक्टूबर को वन स्टॉप सेंटर लाया गया था। इसके बाद से ही तीनों किशोरियां यहां रह रहीं थी। सोमवार रात खाना खाने के बाद सभी सो गए थे। इस दौरान निशु और प्रीति यादव की ड्यूटी वन स्टॉप सेंटर की ओर से जबकि तीन महिला आरक्षियों की तैनाती पुलिस से की गई थी।मंगलवार सुबह तीन बजे तीनों किशोरियां उठकर फरार हो गईं। सुबह 6 बजे जब महिला सिपाही सो कर उठीं तो उन्हें तीनो किशोरियां गायब मिलीं। इसके बाद वनस्टाप सेंटर में हड़कंप मच गया। सूचना कोतवाली पुलिस और उच्चाधिकारियों को दी गई। कोतवाली पुलिस तीनों किशोरियों को तलाश कर रही है। दो माह पहले भागी किशोरियों का अब तक न लगा सुराग26 अगस्त को शहर के नेकपुर स्थित बालिका गृह से भागी दो किशोरियों का अब तक पुलिस पता नहीं लगा पाई है कि एक और मामला सामने आ गया। उस मामले में भले ही बालिका गृह के कर्मचारियों की गलती थी, लेकिन इस मामले में सीधे तौर पर पुलिस की ही लापरवाही सामने आ रही है। लोगों से मुलाकात और घुमाने ले जाती थीं महिला पुलिसकर्मी किशोरियों के भागने के बाद कई और बातें सामने आईं। बताया गया कि ड्यूटी पर तैनात महिला पुलिस कर्मी किशोरियों को बाहर घुमाने और लोगों से मिलवाने ले जाती थीं।