सहसवान। ब्लाक क्षेत्र के गांव फतनपुर टप्पा हवेली में लंपी वायरस से पीड़ित गौवंशीय पशु की मौत हो गई। ब्लाक प्रशासन और गौ रक्षा संगठन के सदस्यों ने ग्रामीणों के सहयोग से मृत पशु के शव को दफन करा दिया। इधर, वायरस से पीड़ित गौवंशीय पशुओं के इधर उधर घूमने से पशुपालकों को पशुओं में बीमारी फैलने की आशंका सता रही है। बता दें कि गांव फतनपुर टप्पा हवेली में लंपी वायरस से पीड़ित एक गौवंश कई दिन से घूम रहा था। शनिवार को वह गंभीर रूप से बीमार होकर मरणासन्न अवस्था में गांव के अंदर ही गिर पड़ा। ग्रामीणों ने इसकी सूचना जिम्मेदार लोगों को दी लेकिन किसी ने न तो उसका इलाज कराया और न हीं एकांत में रखवाने का प्रयास नहीं किया। गौ रक्षा विभाग के जिला उपाध्यक्ष अबीर सक्सेना, तहसील उपाध्यक्ष सौरव मिश्रा, सत्येंद्र, सौरभ गुप्ता, योगेंद्र सिंह, रंजीत, सौरभ महेश्वरी आदि ने अधिकारियों को इस मामले की जानकारी दी तो शाम को क्षेत्र पर तैनात सचिव ने जेसीबी मशीन की सहायता से गौवंश को गांव के बाहर रखवा दिया। ब्लॉक प्रशासन का दावा है कि पशु का उपचार कराया गया। रात में पीड़ित गौवंश ने तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया। सुबह ग्रामीणों ने गांव के बाहर सड़क के किनारे गड्ढा खोदकर गौवंश के शव को दफन कर दिया। बीडीओ सुरेश चंद्र गुप्ता का कहना था कि क्षेत्र पर तैनात सचिव महेश पाल ने गाय को शनिवार शाम गांव के बाहर एकांत स्थान पर रखवा दिया था। रात में उसकी मौत हो गई। सुबह ग्रामीणों के सहयोग से शव को दफन करा दिया गया।