बदायूं। भारतीय किसान यूनियन असली राजनैतिक ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर भ्रष्टाचार और जातिवाद को लेकर धरना प्रदर्शन किया धरना की अध्यक्षता कर रहे।जिला सचिव सूरज पाल सिंह ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि आप जैसे लोगों ने जातिवाद की आड़ में धन लूटने का कार्य किया है और आपका का सेवाकाल मात्र तीन से चार माह रहा गया है। और अति पिछड़े वर्ग अनुसूचित अध्यापकों के साथ गलत तरीके से व्यवहार करके उन पर कार्रवाई कर रहे है।और उनके सम्मान को ठेस पहुंचा रहे हैं।उन लोगों से पैसा वसूलने का कार्य कर रहे हैं धरना की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए जिला अध्यक्ष कृष्णपाल सिंह राठौर ने कहा कि रीता रानी प्रधानाध्यापक प्राइमरी विद्यालय भगवतीपुर के 5 जुलाई को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और उनके सहयोगी अधिकारियों द्वारा निरीक्षण 7:30 पर किया गया। जिस पर उन्हें अग्रिम हस्ताक्षर का आरोप लगाते हुए उन्हें मौके पर निलंबित किया गया और उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका भी नहीं दिया गया और रेनू हस्ताक्षर करके कोटेदार के यहां से राशन लेने गई थी और कोटेदार प्रधान का भी कहना है कि वह प्रधान से मिली उसके बाद कोटेदार से राशन भी लिया इसी को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने उन्हें निलंबित कर दिया ऐसे में शासनादेश के अनुसार 1 माह से ज्यादा लंबा नहीं कर सकते 1 माह के बाद उन्हें बहाल किया जाना चाहिए उन्हें तीन होने जा रहे हैं और उन्हें 14 सितंबर को जिला में निपुण भारत की चार दिवसीय ट्रेनिंग में रीता रानी ट्रेनिंग प्राप्त कर रही थी वहीं पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा उन्हें धमकी दी गई कि आपका स्थानांतरण कर दूंगा इसी तरह के प्रकरण अंबियापुर बिहारी के प्रधानाध्यापक सुशील चौधरी का पाया गया था सुशील चौधरी ब्लॉक अध्यक्ष हैं और जनपद स्तर पर कोषाध्यक्ष पद संभाले हैं किसी कारणों से या राजनीतिक दबाव के कारण इन पर कार्रवाई नहीं हुई और उन्हें सम्मान के साथ बचाया गया इसी तरह से परितोष शर्मा सहायक अध्यापक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के निरीक्षण के दौरान सोते हुए पकड़े गए क्योंकि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के जाति के होने के कारण उनसे पैसे की सांठगांठ करके बहाल कर दिया गया किसी तरह भी कोई कार्रवाई नहीं हुई साथ में उन्हें वेतन वृद्धि भी दिया गया इससे साफ होता है कि बीएसए खुले में जातिवाद को बढ़ावा दे रहे हैं कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए जिला अध्यक्ष ने कहा कि सचिन सिंह कार्यवाहक इंचार्ज अध्यापक प्राइमरी विद्यालय रामनगर ब्लाक सालारपुर इनके विद्यालय का निरीक्षण खंड शिक्षा अधिकारी सुनील कुमार शर्मा के द्वारा 26 को किया था इससे पहले 24 अगस्त को दीक्षा किया गया था जिसमें प्रधानाध्यापक अनुपस्थित पाए गए थे इन पर कार्रवाई करके 30 अगस्त को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में निलंबन हेतु संस्तुति की गई थी जिसमें 50 हजार रुपये लेकर छोड़ दिया गया सचिन सिंह ठाकुर समाज से हैं और ब्लॉक अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह पटेल के करीबी होने के नाते सांठगांठ करके उन्हें बचा लिया गया और इसी स्कूल में ज्योति सिंह सहायक अध्यापक दराबनगर यह अनुसूचित जाति से आती हैं मानसिक उत्पीड़न के आर्थिक समझौता हेतु दबाव बनाया गया ज्योति सिंह के शिकायती पत्रों का दबाया गया इसी तरह से विकास क्षेत्र जगत में कार्य कार्यरत खंड शिक्षा अधिकारी तरुण कुमार सिंह का स्थानांतरण 3 माह पूर्व 30 जून को रायबरेली के लिए हुआ था जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के करीब होने के कारण को मनमाने तरीके से रोका गया रायबरेली में खंड शिक्षा अधिकारी का पद रिक्त है शीघ्र भेजा जाए और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बदायूं द्वारा शिक्षकों से सौतेला व्यवहार करते हुए शिक्षक संघ की यूनियन के जिला अध्यक्ष संजीव शर्मा एवं कोषाध्यक्ष सुशील कुमार चौधरी सालारपुर की शाखा इकाई के अध्यक्ष सुरेंद्र पटेल के अनुसार कार्य को कर रहे और प्रशासनिक एवं राजनीतिक कार्यक्रम में महिला शिक्षकों की ड्यूटी जानबूझकर लगाते हैं और जिला अध्यक्ष संदीप शर्मा शिक्षक संघ की अनुपस्थिति जाति की महिला शिक्षक शिवानी इन्हीं के विद्यालय आरिफपुर नवादा में अनुसूचित जाति अधिनियम के तहत कार्रवाई चल रही है जिला अध्यक्ष का कहना है कि शिक्षा विभाग की मुझ पर कोई कार्रवाई नहीं होगी और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देखभाल अवकाश सीसीएल अपने स्तर से स्वीकृति देते हैं इसके बदले में पैसा लेने का काम करते हैं अगर तरुण कुमार खंड शिक्षा अधिकारी जगत को शीघ्र रिलीव नहीं किया गया और रीता रानी प्रधानाध्यापक भगवतीपुर को वेतन वृद्धि सहित शीघ्र बहाल नहीं किया गया और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से संबंधित शिकायतें बिंदुओं की जांच कराकर शीघ्र कार्रवाई की जाए अगर कार्रवाई 10 दिनों के अंदर नहीं होती है तो भारतीय किसान यूनियन असली राजनीतिक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना देगी।