उझानी। प्राथमिक विद्यालय सरौरा में समेकित शिक्षा द्वारा समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत लगे मेडीकल असेस्मेन्ट कैंप में दिव्याग बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर दिव्यांग प्रमाण पत्र हेतु 6 से 14 वर्ष तक के 105 बच्चों को चिन्हांकन किया गया। खंड शिक्षा अधिकारी शशांक शुक्ला के निर्देशन में कैंप चला। श्री शुक्ला ने कहा कि दिव्यांग बच्चे लाभांवित होकर अपने जीवन सार्थक बनाएं। कैंप में स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. प्रमाद कुमार हड्डी रोग विशेषज्ञ, डॉ, वागीश वार्ष्णेय नेत्र रोग विशेषज्ञ, डॉ कुशल पाल सिंह, डॉ. चक्रेश गुप्ता, डॉ कप्तान सिंह, डॉ . सर्वेश कुमारी साइकोलोजिस्ट, रेश गुप्ता ऑडियोलॉजिस्ट ने बच्चों का परीक्षण कर 9 बच्चों को गहन जांच के लिए जिला हॉस्पिटल रेफर किया। कैंप में दिव्यांग प्रमाण पत्र के लिए 105 बच्चे आए जिसमें 78 दिव्यांग बच्चों का दिव्याग प्रमाण पत्र बनाया गया। गायत्री परिवार के संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ें। सुनहरा अवसर दे जिससे वह अपने महान लक्ष्य को पा सकें। दिव्यांग बच्चों के रजिस्ट्रेशन का कार्य समेकित शिक्षा के विशेष शिक्षक संतोष कुमार राय, इंदल कुमार, सुरेश कुमार मिश्रा, रज्जन सिंह, विपिन मिश्रा, अरुण कुमार, संजीव कुमार शर्मा ने किया शिक्षक राजेश कुमार मौर्य ने अभिभावकों को आवश्यकता आधारित परामर्श दिया। दिव्यांग बच्चों को साफ – सफाई के साथ ड्रेस पहनाकर प्रतिदिन स्कूल भेजे, अगर पूर्व में मिले उपकरण का बच्चों को नियमित उपयोग कराएं। गंभीर बच्चों को विशेष ध्यान देने के साथ हमेशा प्रेरित करें। दैनिक जीवन में दैनिक कार्यों को बच्चे जितना कर सकते हैं उन्हें करने दें, आवश्यकता होने पर सुधार या सहयोग करें। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आनंद प्रकाश शर्मा बताया कि स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से 16 सितम्बर को प्राथमिक विद्यालय डहरपुर कलां, दातागत 21 सितम्बर को उच्च प्राथमिक विद्यालय बिनावर सालापुर कँप आयोजित होंगे। परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत दिव्यांग बच्चे 2 दिव्यांगता प्रदर्शित फोटो, आधार कार्ड की फोटो कॉपी, स्कूल से डिटेल लिखाकर सुबह 10 बजे कैंप स्थल पर पहुंचे। इस मौके पर प्रधानाध्यापिका मुन्नी देवी, संतोष कुमार आदि मौजूद रहे।