बदायूं। घटना बिनवार थाना क्षेत्र के गांव नवाबगंज गौंटिया 31 जुलाई की है गौंटिया निवासी सतेन्द्र पुत्र नवल किशोर ने बिनावर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं जहां उसने घटना के पांच दिन बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना देकर बताया है कि थाने के सिपाही सुनील ने उसको फोन कर थाने बुलाया और थाने बुलाकर उससे पूछा कि आपके गांव में अफीम का काम होता तभी सतेन्द्र ने मना कर दिया कि हमारे यहां ऐसा कुछ नहीं होता है थाने से जाने के बाद सतेन्द्र ने यह बात अपने भाई रामवीर को बताई जहां रामवीर ने सतेन्द्र से कहा कि जब हम ऐसा कुछ करते ही नहीं है तो हमसे पुलिस का क्या मतलब जहां दोपहर लगभग दो बजे पुलिस ने रामवीर को बिनावर और गौंटिया के बीच रास्ते से पकड़ लिया । और थाने ले जाकर हवालात में बंद न कर सिपाही सुनील के कमरे में रखा गया जहां दरोगा संजय गौड़ पहुंचे जिन्होंने अन्य पुलिसकर्मियों को साथ लेकर रामवीर को मारा पीटा और दबाब बनाकर कर उसकी वीडियो बना ली । और पुलिसकर्मियों ने सतेन्द्र को फोन किया कि तेरे भाई को पुलिस ने पकड़ लिया है जब सतेन्द्र थाने में सुनील सिपाही के कमरे पर पहुंचा तो सुनील से बात की जहां सुनील सिपाही ने सतेन्द्र से कहा कि दरोगा जी पांच लाख रुपए मांग रहे है कि यहीं से तेरे भाई को छोड़ देंगे । तभी सतेन्द्र ने इतने पैसों की व्यवस्था न होने की बात कही जहां कुछ देर बाद सौदा ढाई लाख रुपए में हो गया जहां पीड़ित ने सिवालिक का तेल बेंचकर व आभूषण गिरवी रखकर पुलिस को 2 लाख तीस हजार रुपए दे दिए । जहां दरोगा जी ने कहा कि इनकी मोटरसाइकिल और मोबाइल तब तक मत देना जब तक वाकी के 20 हजार रुपए नहीं आ जाए । सतेन्द्र ने दूसरे दिन सुबह 20 हजार रुपए व्यवस्था करके दे दिए फिर भी पुलिस ने पीड़ित के भाई रामवीर के ऊपर 150 ग्राम स्मैक लगाकर जेल भेज दिया । सतेन्द्र ने 5 जुलाई का घटना का प्रार्थना पत्र वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को देकर न्याय की मांग की है मामले में संलिप्त तीन सिपाही सुनील ,विक्रांत , जितेंद्र और दरोगा संजय गौड़ बताए जा रहे हैं दरोगा जी का ट्रांसफर बिसौली कोतवाली हो चुका है । जिसकी जांच सीओ सिटी आलोक मिश्रा कर रहे हैं।