सहसवान। शिक्षा विभाग की मिलीभगत से सहसवान में सरकारी टीचर खुलेआम बच्चों को ट्यूशन पढ़ा रहे हैं। ट्यूशन पर पूर्ण प्रतिबंध के बावजूद कुछ सरकारी शिक्षकों द्वारा ट्यूशन रूपी गैर कानूनी कृत्य को अंजाम दिया जा रहा है। जबकि सरकारी स्कूलों के शिक्षकों पर ट्यूशन पढ़ने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है!लेकिन प्रतिबंध के बावजूद कुछ सरकारी स्कूलों के अध्यापकों द्वारा जैसे कि तहसील, नवादा, जांगीराबाद, अकबराबाद, नयागंज, बजरिया, यदि जगह पर खुलेआम कोचिंग सेंटर चलाए जा रहे हैं। अवैध घोषित किए गए इस धंधे को बेखौफ अंजाम दिया जा रहा है। एक तरफ उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने कड़े निर्देश दिए है। कोई भी सरकारी अध्यापक कोचिंग सेंटर नहीं चला सकता अगर ऐसा करता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर उसकी सेवा समाप्त कर दी जाएगी लेकिन इन अध्यापकों को शासन व प्रशासन का कोई खौफ नजर नहीं आ रहा ऐसा लगता है जैसे कि यह ट्यूशन खोरी का सारा मामला शिक्षा विभाग के संरक्षण में चल रहा हो इससे स्पष्ट होता है। कि सरकार द्वारा दी जा रही 30 से ₹50000 तक के वेतन से इनका गुजारा नहीं हो रहा है। लोगों का कहना है कि सरकारी स्कूलों के अध्यापकों द्वारा स्कूल टाइम के बाद व पहले बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने का अवैध कारोबार विगत लंबे अंतराल से चल रहा है लेकिन आज तक ऐसा उदाहरण सुनने व देखने को नहीं मिला है कि कहीं पर विभाग द्वारा इस गैर कानूनी गोरखधंधे को अंजाम देने वाले शिक्षकों के खिलाफ कभी कार्रवाई अमल में लाई गई हो।