बदायूं। थाना कादरचौक क्षेत्र के ग्राम खितोलिया में नवजात बच्ची खेत में मिट्टी में गड़ी हुई पाई गई जिसकी सूचना थाना कादरचौक प्रभारी निरीक्षक को दी गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी निरीक्षक ने बच्ची को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कादरचौक पहुंचे जहां पर उसका उन्होंने इलाज कराया। आपको बता दें कि थाना कादरचौक के ग्राम पंचायत खितोलिया में बच्ची को पैदा होते ही खेत में गड्ढा करके फेंक दिया गया। जब सुबह गांव की महिलाएं खेत में शौच करने के लिए गई तो उन्होंने उस बच्ची को मिट्टी में गड़ा हुआ देखा और इसकी सूचना गांव के ग्रामीण लोगों को दी। मौके पर पहुंचे ग्रामीण लोगों ने देखकर इसकी सूचना थाना कादरचौक प्रभारी निरीक्षक वेदपाल सिंह को दी। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी निरीक्षक फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे जहां जाकर देखा कि हाल में ही पैदा हुई बच्ची को एक खेत में गड्ढा करके जमीन में गाड़ दिया गया था और उसका थोड़ा सा मुंह जमीन के ऊपर निकला हुआ था। थाना प्रभारी निरीक्षक ने अपने हाथों से बच्ची को निकाल कर मौजूद महिला कॉन्स्टेबल को दिया। उस महिला कांस्टेबल ने उस बच्ची को तत्काल नए कपड़े मंगा कर पहनाये। बच्ची को लेकर थाना प्रभारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कादरचौक पहुंचे। यहां पर तैनात नर्स गौसिया बेगम व एएनएम बिनीता सिंह ने बच्ची को प्रार्थना उपचार के साथ टीकाकरण भी किया उपचार के बाद बच्ची को थाना प्रभारी कादरचौक को सौंप दिया जिसके बाद थाना प्रभारी कादरचौक ने बच्ची को जिला अस्पताल

इलाज कराया। इलाज कराने के बच्ची को जिला अस्पताल बदायूं भेज दिया।पैदा होते ही इस बच्ची को फेकने की खबर आग की तरह पूरे गांव में फैल गई। पूछताछ करने पर गांव वालों और महिलाओं ने पुलिस को बताया कि पता नहीं यह बच्ची किसकी है हम सुबह के समय शौचालय के लिए खेत पर आए थे तो हमने देखा कि यह बच्ची खेत में गड़ी हुई है तो इसकी सूचना आप को दी। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि यह बच्ची किसकी है और इस बच्ची को क्यूँ फेका गया है। थाना प्रभारी निरीक्षक वेदपाल सिंह ने बताया कि हमें ग्रामीणों ने की एक अज्ञात पैदा हुई बच्ची की सूचना दी थी। मौके पर पहुंचकर इस बच्ची को हम स्वास्थ्य केंद्र कदारचौक लाए और इलाज करा कर इस बच्ची को जिला अस्पताल में इलाज के लिए भेज दिया।