बिनाबर । थाना बिनावर क्षेत्र के गांव मई रजऊ निवासी अबले की पत्नी सोनी जंगल में जानवरों को घास छीलने गई थी महिला का दो साल का बेटा बुधवार को लगभग ग्यारह बजे लापता हो गया था मामले की जानकारी जब पुलिस तक पहुंची पुलिस ने जंगल में घटना के बाद से ही सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया था।और कई घंटे जंगल में कांबिंग की लेकिन देर रात तक मासूम का कोई पता नहीं चल सका । परिवार वालों के आधार पर पुलिस ने बच्चे की गुमशुदगी दर्ज कर ली थी। मई रजऊ निवासी अबले मजदूरी करता है जबकि उसकी पत्नी ने घर का खर्चा चलाने के लिए दुधारू पशु पाल रखे हैं जहां बुधवार सुबह लगभग 10 बजे अवले की पत्नी सोनी अपने बड़े बेटे के साथ दो साल के छोटे बेटे सचिन को लेकर घर के पास ही जंगल में घास छिलने ने गई थी जहां उसने दोनों बच्चों को एक जगह बैठा दिया और सोनी घास छीलने लगी कुछ देर बाद देखा तो वहां उसका छोटा बच्चा सचिन नदारद था ।आसपास काफी तलाश करने के बाद भी वह नहीं मिला तो सोनी ने शोर मचाकर आसपास के लोगों को बुला लिया और इलाके के जंगल में कई घंटे तक काबिंग कर मासूम की तलाश की गई लेकिन देर रात तक बच्चे का कोई पता नहीं चल सका है । जिसके बाद पुलिस का गांव और जंगल में पहरा हो गया । और गांव वाले भी बच्चे को इधर उधर तलाश करते रहे जहां दूसरे दिन वृहस्पतिवार को दोपहर के समय बच्चे की रोने की सूचना गौंटिया के जंगल में मिली । जहां गांव वालों को बच्चे की सूचना मिलते ही जंगल की ओर भगदड़ मच गई । और बच्चे को परिवार वाले गांव ले आए ।जिसके बाद सूचना पर पहुंचे थाना प्रभारी अनूप सिंह ने गांव वालों को समझाया कि इस तरह कोई भी अपने बच्चे को अकेला न छोड़ें ।जिसकी गांव में चर्चा है कि इस बच्चे को किसी सिरफिरे ने अपने घर में ही छुपाकर रखा और गांव में पुलिस की सख्ती बढ़ते ही जंगल में छोड़ दिया जिसकी गांव में व्यापक चर्चा बनी हुई है ।