कुंवर गांव। थाना पुलिस जो न करे वह कम है पुलिस अपनी फजीहत कराने के लिए क्या- क्या कारनामा कर रही है पुलिस ने लोगों को पकड़ना और थाने से छोड़ना अपनी दिनचर्या में ढाल लिया है । पुलिस को जहां से हफ्ता वसूली और महीना वसूली नहीं मिलती है उसे पकड़कर थाने लाया जाता है और थाने से आर्थिक साठगांठ कर दलालों के माध्यम से छोड़ दिया जाता है ।अब पुलिस ने एक मुर्गा काटने वाले युवक को पकड़कर थाने से छोड़कर अपनी फजीहत करा ली । मामला कुंवर गांव कस्बे का है जहां रविवार शाम को पुलिस सिराज नाम के युवक को पकड़ लिया जो मुर्गा काटने का काम करता है जिसके पास लाइसेंस नही है वह पुलिस को महीने के एक हजार रुपए देकर अपनी दुकान चलाता हैजब युवक ने पुलिस को कई महीनों से पैसे नहीं दिए तो पुलिस ने युवक को पकड़ लिया और थाने लाकर हवालात में बैठा दिया। और युवक से 20 हजार रुपए की मांग की गई जब वह रुपए देगा तभी उसे छोड़ा जाएगा। जिसके बाद पुलिस ने एक अखबार बांटने वाले दलाल के माध्यम से  युवक को छोड़ दिया।जब बात मीडिया कर्मियों को पता चली तो  कुछ देर बाद पुलिस ने उसी दलाल के माध्यम से युवक को फोन करवा कर दुबारा थाने से बाहर दलाल के घर के पास बुला लिया और हिदायत दी कि वह बिना लाइसेंस के मुर्गा नहीं काटेगा। मीट काटने का लाइसेंस खाद्य विभाग जारी करता है और खाद्य विभाग को ही लाइसेंस चैक करने का आदेश है। लेकिन जिस सिपाही ने युवक को पकड़ा था उसका 20 अगस्त को बजीरगंज थाना ट्रांसफर हो चुका है । लेकिन उसे अभी रिलीव नहीं किया गया है। इस संबंध में थाना प्रभारी सीपी शुक्ला का कहना है कि मैं अभी क्राइम मीटिंग में हूं एक मुर्गा काटने वाले युवक को पकड़ा था। बाद में छोड़ दिया।