बदायूं। जिला युवा कांग्रेस बदायूं, उत्तर प्रदेश पूर्व प्रदेश कोर्डिनेटर (प्रभारी मुरादाबाद, सम्भल) पश्चिमी प्रदेश, नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया द्वारा कबुलपुरा स्थित कैम्प कार्यलय पर महँगाई पर हल्ला बोल रैली के संबंध में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। पत्रकार वार्ता में शफी अहमद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आसमान छूती महंगाई, बेरोजगारी एवं मोदी
सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ लगातार संघर्ष कर रही है। 5 अगस्त, 2022 को देशभर में कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया था। इसके तहत जहां एक ओर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने “चलो राजभवन” कार्यक्रम किया वहीं हमारी अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी जी एवं पूर्व अध्यक्ष श्री राहुल गांधी जी समेत सभी सांसदों ने “चलो राष्ट्रपति भवन” मार्च में हिस्सा लिया और गिरफ्तारी दी। कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य एवं वरिष्ठ नेतागण कार्यकर्ताओं के साथ “प्रधानमंत्री आवास घेराव” में सम्मिलित हुए थे कांग्रेस ही एक ऐसी पार्टी है जो सड़क से लेकर सदन तक महँगाई के मुद्दे पर लड़ रही है उन्होंने कहा कि महंगाई के खिलाफ इस लड़ाई को आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस पार्टी ने देशभर के सभी बाजारों, मंडियों एवं अन्य उपयुक्त स्थानों पर ‘‘महंगाई पर चर्चा करने का निर्णय लिया है। 23 अगस्त तक जिला/शहर, ब्लाक/वार्ड एवं स्थानीय इकाइयां कभी भी अपनी सुविधानुसार इस चर्चा आयोजन करेंगे। इसके उपरान्त 4 सितम्बर, 2022 को दिल्ली के रामलीला मैदान में “महंगाई पर हल्ला बोल” महा रैली करने का निर्णय लिया गया है। जहाँ हम मोदी सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे। पार्टी के वरिष्ठ नेता इस रैली में शामिल होंगे और देश को सम्बोधित करेंगे। श्री शफी अहमद ने कहा कि साथियों वर्ष 2013-14 का वो दौर याद कीजिए। मोदी जी देश के युवाओं और आम लोगों को कैसे-कैसे सपने दिखा रहे थे। अपने लगभग हर भाषण में वादा करते थे कि सत्ता में आते ही बेरोजगारी और महंगाई को खत्म कर देंगे। “बहुत हुई महंगाई की मार….” जैसे नारों की गूंज हर जगह सुनाई दे रही थी। आज उन्हें सत्ता में आए 8 साल से ज्यादा हो गए हैं। लेकिन महंगाई और बेरोजगारी कम होने की बजाए आसमान छू रही है।
उनकी विफल आर्थिक नीतियों के कारण देश में महंगाई रिकॉर्ड स्तर पर है। बीते 14 महीनों से महंगाई दर दोहरे अंकों में है। पेट्रोल, डीजल, सीएनजी एवं रसोई गैस से लेकर अनाज, दालें, कुकिंग ऑयल जैसी जरूरी चीजों की कीमतें भी आसमान छू रही हैं। मोदी सरकार द्वारा आटा, चावल, दही, पनीर, शहद, जैसी रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओं पर GST लगाने से महंगाई और बढ़ी है। इस सरकार की बेशर्मी देखिए, बच्चों के लिए पेंसिल और शार्पनर से लेकर हॉस्पिटल बेड एवं शमशान घाट के निर्माण पर भी GST लगा दी है। यदि UPA शासन काल से तुलना करें तो आज हर चीज की कीमत बेहिसाब बढ़ी हुई है। कुछ चीजों के दाम दोगुने से भी अधिक हो गए हैं। सब्जियों की कीमतों में 35% तक वृद्धि हुई है। नमक 41% महंगा हुआ है। दालें
60-65 % तक महंगी हो गई हैं। कोई भी ऐसी चीज नहीं है जिसकी कीमत इस सरकार में न बढ़ी हो। मोदी सरकार महंगाई को तो नियंत्रित कर नहीं पा रही है उल्टा पहले से ही परेशान जनता पर टैक्स का बोझ डाल कर अपना खजाना भरने में लगी है। इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी महासचिव बाबू चोधरी, जिला युवा कांग्रेस पूर्व जिलाउपाध्यक्ष वीरेश सिंह, राज यादव ने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने से पहले 2014 में पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 9.48 रुपए प्रति लीटर था और डीज़ल पर 3.56 रुपए प्रति लीटर। मोदी सरकार ने इसे बढ़ाकर पेट्रोल पर 32.98 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 31.83 रुपए प्रति लीटर कर दिया। ये सरकार यूपीए की तुलना में पेट्रोल-डीजल पर 186 प्रतिशत ज्यादा टैक्स वसूल रही है। 2021-22 में देश का कुल कर संग्रह भी 34 फीसदी बढ़कर 27.07 लाख करोड़ हो गया, जो बजट में लगाए गए 22.17 लाख करोड़ के अनुमान से 5 लाख करोड़ ज्यादा है। इसमें एक बड़ा हिस्सा जीएसटी का है। सरकार पहले ही जीएसटी से इतना पैसा कमा रही है फिर भी इसकी भूख शांत नहीं हो रही। अब आटा, दही, पनीर जैसी रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी दी गई है। एक तरफ जनता से भरपूर टैक्स वसूला जा रहा है दूसरी तरफ लोगों को मिलने वाली सुविधाएं खत्म की जा रही हैं। गैस पर मिलने वाली सब्सिडी दो साल पहले ही खत्म कर दी गई थी। हाल ही में सरकार ने सीनियर सिटीजन को ट्रेन टिकट में मिलने वाली छूट भी खत्म कर दी। इस सरकार के शासन का तरीका अंग्रेजों से मिलता-जुलता है। इन्हें जनता की समस्याओं से कोई मतलब नहीं है। ये सिर्फ जनता को लूटने और अपना खजाना भरने में लगे हैं। मोदी राज में एक तरफ लोग महंगाई की मार से त्रस्त है दूसरी तरफ बेरोजगारी का दंश झेलने को मजबूर हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने हर साल दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था लेकिन उनकी गलत आर्थिक नीतियों की वजह से 14 करोड़ लोग पिछले कुछ वर्षों में बेरोजगार हुए हैं। आज 20 से 24 आयु वर्ग के 42% युवा बेरोजगार बैठे हैं पहले बिना सोचे-समझे नोटबंदी की गई। फिर जल्दबाजी में जीएसटी लागू किया गया। इससे 2,30,000 से अधिक लघु उद्योग बंद हुए और करोंड़ो लोगों के रोजगार खत्म हो गए। देश आज तक नोटबंदी और जीएसटी की मार से नहीं उबर पाया है। इस सरकार में पीएसयूज लगातार बेचे जा रहे हैं। स्टार्टअप्स एवं अन्य छोटे उद्योग धंधे बंद हो रहे हैं। रोजगार न मिलने से देश के युवा हताश और निराश हैं। इस अवसर पर पूर्व जिला युवा कांग्रेस उपाध्यक्ष एराज चोधरी, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता वीरेश शर्मा ने कहा ये शर्म की बात है कि अवसर के अभाव में पीएचडी होल्डर्स भी चपरासी की नौकरी के लिए आवेदन पत्र भरने को मजबूर हैं हाल ही में लाई गई अग्निपथ योजना ने तो युवाओं के घाव पर नमक छिड़कने का काम किया है। जो युवा सेना में शामिल होकर गर्व से देश सेवा का सपना देखते थे उन्हें 4 वर्ष के लिए ठेके पर नौकरी करने को कहा जा रहा है। इसमें न पेंशन की गारंटी है और न ही सुरक्षित भविष्य की। ऐसे में युवा तनाव मुक्त होकर देश सेवा कैसे करेंगे? एक तरफ देश में करोड़ों युवा बेरोजगार बैठे हैं। दूसरी तरफ केंद्र सरकार के कई विभागों में करीब 10 लाख पद खाली पड़े हैं। युवा कांग्रेसी नेता अजित गुर्जर, जरीद चोधरी ने कहा कुल मिलाकर देखें तो लोग बेरोजगारी और महंगाई की दोहरी मार झेलने को मजबूर है। कांग्रेस पार्टी इस कठिन समय में जनता के साथ खड़ी है। हम संसद से लेकर सड़क तक लगातार महंगाई एवं बेरोजगारी के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं। इस कड़ी में 5 अगस्त को देशव्यापी प्रदर्शन भी हुआ है। हमारी मांग है कि सरकार जल्द से जल्द महंगाई कम करने के अपने वादों को पूरा करे। साथ ही रोजगार को लेकर युवाओं से किए वादे भी निभाए और बेरोजारों के लिए रोजगार का प्रबंध करे। नहीं तो हमारा आंदोलन और तेज होगा। आप सभी से अपील है कि महंगाई एवं बेरोजगारी की समस्या को लेकर आवाज बुलंद करते रहें।