बदायूं । युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के नेहरू युवा केंद्र बदायूं द्वारा संचालित नमामि गंगे परियोजना के अन्तर्गत गंगा दूतों के दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज केवीके उझानी में समापन किया गया। समापन के अवसर पर नमामि गंगे परियोजना के राज्य परियोजना निदेशन अजीत कुशवाहा, जिला युवा अधिकारी डॉ दिनेश यादव एवं केवीके के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ आनंद कुमार ने प्रशिक्षित युवाओं को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र एवं किट वितरित कर उन्हे उज्जवल भविष्य की शुभकामनाए प्रदान की। प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन के अवसर पर राज्य परियोजना निदेशक श्री अजीत कुशवाहा ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि गंगा मां ने हमे समाज के लिए कर्तव्य निर्वहन हेतु एक अवसर प्रदान किया है अतः युवा पूरे मनोयोग के साथ गंगा को अविरल और निर्मल बनाने हेतु अपने सकारात्मक प्रयास करें। उन्होने कहा कि युवाओं द्वारा गंगा को प्रदूषण मुक्त करने हेतु युवा जो कार्य करेंगे वो मील का पत्थर साबित होंगे। इस अवसर उन्होने युवाओं का स्वतः रोजगार से जुड़ने हेतु एक समय प्रबंधन बनाने का संकल्प दिलाया तथा परियोजना के विस्तार की जानकारी से भी अवगत कराया। जिला युवा अधिकारी डॉ दिनेश यादव ने परियोजना की पृष्ठभूमि, उसके क्रियान्वयन और प्रशिक्षण की रूपरेखा बताते हुए कहा कि बदायूं जनपद में एक बड़ा युवा आंदोलन गंगा को अविरल और निर्मल बनाने हेतु तैयार किया गया है, जो सकारात्मक रूप से गंगा को प्रदूषण मुक्त करने हेतु कार्य करेगा। इस कार्यक्रम को प्रमुख रुप से केवीके के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ आनंद कुमार, राष्ट्रीय युवा पुरुष्कार विजेता रोहित कश्यप, डीपीओ नमामि गंगे अनुज प्रताप, श्याम सिंह, कुंवर देवेंद्र कुमार गंगवार, अशोक तोमर, उत्सव यादव, रवेन्द्र पाल सिंह, नेहा बी, दिवाकर सिंह, ऋषभ ठाकुर एवं अन्य अधिकारीयों ने सम्बोधित किया। इस अवसर पर ओमपाल कश्यप, कमलेश कुमारी, शहनाज़ बी, मुनीश कुमार, ओमवीर सिंह अंजली, एवं अन्य युवा उपस्थित रहे, कार्यक्रम के समापन पर समस्त युवाओं को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र और किट प्रदान की गई। कार्यक्रम का संचालन और आभार व्यक्त डीपीओ अनुज प्रताप सिंह ने किया।