कुंवर गांव, बदायूं। ग्राम पंचायतों में सरकारी कार्यों में धन खपाने के लिए ग्राम प्रधानों ने नया फार्मूला शुरू कर दिया है जहां ग्राम प्रधान के सगे संबंधी अपनी निजी फर्मों को ब्लाक पर रजिस्टर कराकर मोटा धन खपाने का काम कर रहे हैं । ऐसा ही मामला सलारपुर ब्लाक क्षेत्र की ग्राम पंचायत असिर्स बरखिन का सामने आया है । जहां ग्राम प्रधान हिमानी उपाध्याय के सगे चचिया ससुर कैलाश उपाध्याय एक संयुक्त परिवार से हैं जिनके नाम से ईंट भट्टा एवं ममता खाद भंडार के नाम से दो फर्मों को ब्लाक में मनरेगा साइट पर पंजीकृत किया गया है जो अपनी ग्राम पंचायत में विकास कार्यों में अपनी फर्मों से निर्माण सामग्री का प्रयोग करते आ रहे हैं । जबकि शासन द्वारा वर्ष 2022 में एक शासनादेश जारी हो चुका है जिसमें साफ निर्देशित किया गया है कि कोई भी ग्राम प्रधान स्यवं व उसके परिवार का कोई भी सदस्य ठेकेदारी नहीं कर सकता है ।जिसके बाबजूद भी असिर्स बरखिन ग्राम प्रधान ने आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए अपनी दोनों फर्मों जय बजरंग बली ईंट उद्योग व ममता खाद भंडार से जमकर विकास कार्यों के लिए निर्माण सामग्री का प्रयोग किया है । और मोटा धन कमाया जा रहा है ग्राम प्रधान के चचिया ससुर राजनीति पकड़ रखने के दौरान अधिकारी उनपर कार्यवाही करने से बचते नजर आते हैं ।जिसके द्वारा मनमर्जी सरकारी धन का दुरुपयोग कर मोटा धन कमाया जा रहा है ।ग्राम प्रधान ने बिना लेखपाल के प्रस्ताव के खलिहान की जगह पर पार्क व सामुदायिक शौचालय का निर्माण करा दिया है । सामुदायिक शौचालय के स्टीमेंट में समरसेबल पंप की व्यवस्था की गई है जिसको ग्राम प्रधान ने अपने निजी आवास में लगवा रखा है व सामुदायिक शौचालय तक पाइपलाइन की व्यवस्था की गई है। प्रधान न होने पर ग्राम प्रधान द्वारा शौचालय का पानी कभी भी बंद किया जा सकता है । जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने सोमवार को डीएम को प्रार्थना पत्र देकर अपने शपथ पत्र संलग्न कर उच्च स्तरीय जांच कराकर कार्यवाही की मांग की है ।

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