बदायूं। जिला महिला अस्पताल भले ही मरीजों को उपचार दे रहा हो लेकिन खुद का इलाज नहीं कर पा रहा है। यहां पर खुले में वार्डों का कचड़ा भी पड़ा रहता है। साथ ही मरीजों को भी संक्रामक बीमारियां होने का भय बना रहता है। जिला महिला अस्पताल में मरीजों को खाना खिलाने के लिए रसोई घर के पास बना दिया कूड़ा करकट घर जहां हमेशा गंदगी बनी रहती है और बदबू आती रहती है। नगर पालिका प्रशासन सूचना के बाद भी कूड़ा नहीं उठा रहा है। मरीजों में कभी भी संक्रमण फैल सकता है। कूड़ा घर के सामने वन स्टॉप सेंटर बना हुआ है। जहां काफी तादाद में महिला, पुरुष, बच्चे वहां बैठते हैं। जिला महिला अस्पताल में ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहर के महिला, बच्चे उपचार कराने के लिए आते हैं। अस्पताल में 24 घंटे भीड़ बनी रहती है। ओपीडी समय में वर्तमान में लगभग चार सौ से अधिक मरीज उपचार कराने के लिए आ रहे हैं। इसके अलावा इमरजेंसी में भी मरीज इलाज कराने को आ रहे हैं लेकिन नगर पालिका अस्पताल के जिम्मेदार लोग इस समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।इससे मरीज और तीमारदारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जहां पर खुले में मेडिकल कचड़ा डाला जा रहा है, जिसको मेडिकल की खराब सामग्री खाने में अनेक प्रकार की बीमारियां होने की संभावना रहती है। रसोई घर परिसर में कचरा भी फैला हुआ है।