बरेली, 4 जुलाई। जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी ने कहा कि जिन स्थानों पर पौधारोपण करने के लिये गड्ढों की खुदाई की जाए उनका अनुपात समान रहे। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण करने के साथ साथ उनकी जियो टैगिंग भी की जाए। उन्होंने जनपद के ग्राम प्रधानों को निर्देश दिए कि गांव में जहां जहां वृक्षारोपण किया जाए उनकी उचित देखरेख भी की जाए। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण करने के पश्चात उसकी जियो टैगिंग भी की जाए।
जिलाधिकारी आज जनपद में रोपित पौध/पौध स्थल की सुरक्षा व्यवस्था आदि के सम्बन्ध में वृहद स्तर पर हो रहे कार्यक्रम कैण्ट में स्थित ठिरिया निजावत खां संतमढ़ी पौधशाला, फतेहगंज पश्चिमी (भिटौरा) में स्थित फौजपडा पौधशाला, रामनगर (आलमपुर जाफराबाद) में स्थित आलमपुर अस्थाई पौधशाला का भ्रमण किया। इस अवसर पर जिला वनाधिकारी समीर कुमार सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी ने सर्वप्रथम वृहद स्तर पर हो रहे कार्यक्रम कैण्ट में स्थित ठिरिया निजावत खां में जिला वनाधिकारी को निर्देश दिए कि कार्यक्रम स्थल पर साफ-सफाई की उचित व्यवस्था रहे। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में सांसद तथा विधायक को भी शामिल किया जाए। उन्होंने फतेहगंज पश्चिमी (भिटौरा) में स्थित फौजीपड़ा पौधशाला का निरीक्षण किया और उप जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि जिन ग्रामों में अभी तक गड्ढों के खुदान का कार्य पूर्ण नहीं हुआ है उसे हर हाल में कल तक पूर्ण कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि गड्ढों की खुदाई का कार्य में ग्राम विकास विभाग, राजस्व विभाग का सहयोग लिया जाये। उप जिलाधिकारी ने जिलाधिकारी को बताया कि पौधशाला से वृक्षारोपण हेतु 84,270 पौधों का उठान किया जा चुका है तथा 10 हजार 326 पौधों का उठान शेष रह गया है। जिलाधिकारी ने शीघ्र ही पौधों को सम्बंधित प्राप्त कराने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी को जिला वनाधिकारी ने अवगत कराया कि वृक्षारोपण के कैण्ट स्थित ठिरिया निजावत खां संतमढ़ी पौधशाला कार्यक्रम में कुल 8 हैक्टेयर में 8800 पौधे लगाये जायेंगे।
इसके पश्चात जिलाधिकारी ने रामनगर (आलमपुर जाफराबाद) में स्थित आलमपुर अस्थाई पौधशाला का भी भ्रमण किया गया। उन्होंने उप जिलाधिकारी आंवला को यूकेलिप्टिस, शीशम के पौधों का वृक्षारोपण करने के निर्देश दिये। उन्होंने उप जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि चारागाहों पर भी वृक्षारोपण किया जाए। जिलाधिकारी को उप जिलाधिकारी ने अवगत कराया कि यहां पर कुल 1 लाख 42 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य दिया गया है, जिसे शत प्रतिशत पूर्ण कर लिया जाएगा।

सिटिल गुप्ता – संपादक