सहसवान। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में आने वाले ग्राम जो हर वर्ष प्रभावित होते हैं जैसे परशुराम नगला, खागी नगला, तोफी नगला, गिरधारी नगला सहित लगभग आधा दर्जन गांव गंगा किनारे बसे हुए हैं जो बाढ़ आ जाने पर प्रभावित होते चले आए हैं लेकिन इस बात पर प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद दिखाई दिया यहां तक की इस बार बाढ़ खंड अधिकारी भी पौने दो महा से पत्थर, जाल, रेता भरी बोरी, डालने का कार्य लगातार चल रहा है जो जल्द ही समाप्त हो जाएगा।
उप जिलाधिकारी महिपाल सिंह ने बताया कि बाढ़ रोकने के लिए दो चौकियां बनाई गई है जिसमें शुकररा चौकी पर पहले से 30 मीटर आगे तक पत्थर जाल बालू कट्टे डालकर बाढ़ को रोकने का काम किया जा रहा है इसी तरह नई बसोलिया चौकी बनाई गई है जिसमें लंबाई लगभग 57 मीटर चौड़ाई 44 मीटर तक रखी गई है जिससे इस बार बाढ आने का खतरा बहुत ही कम दिखाई दे रहा है बाढ़ खंड के एसडीओ वीरेंद्र सिंह ने बताया कि हम लोग पौने 2 महीने से कड़कती धूप में खड़े होकर वहां पर अपनी देखरेख में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के रोकथाम के लिए लगे हुए हैं जिसमें लगभग सारे कार्य पूर्ण हो चुके हैं अब मात्र तीन-चार दिन का कार्य शेष बचा है।
जिसे जल्द पूर्ण करा लेंगे वीरेंद्र सिंह ने बताया इस बार कटान भी कम होने की आशंका जताई जा रही है लेकिन जब आज पत्रकारों की टीम शुकररा एवं बसोलिया पहुंची तो वहां पर कुछ बाल मजदूर काम करते दिखाई दिए इस बात पर उप जिलाधिकारी महिपाल सिंह से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि मैं लगातार गंगा किनारे जाकर बाढ़ खंड द्वारा किए जा रहे कार्य को देखता हूं तो वहां पर मेरी नजर में एक भी बाल मजदूर नहीं आया अगर वहां पर बाल मजदूर काम कर रहे हैं उसे देख कर कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
रिपोर्टर – सौरभ गुप्ता