समाज के लिए अर्पित किए जीवन के अंतिम क्षण।

वर्ष भर आयोजित होने वाले कार्यक्रम डाल भगवान सिंह को रहेंगे समर्पित।

क्षत्रिय महासभा बदायूं, भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान, रानी लक्ष्मीबाई प्रतिमा स्थापना समिति, महाराणा प्रताप विकास ट्रस्ट, विद्युत पेंशनर्स एसोसियेशन एवम् क्षत्रिय विकास समिति के तत्वावधान में जनपद के प्रतिष्ठित समाजसेवी, विभिन्न सामाजिक संगठनों में सक्रिय डाल भगवान सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु एक सभा का आयोजन क्षत्रिय धर्मशाला महाराणा प्रताप नगर, नेकपूर मे क्षत्रिय महासभा बदायूं के मार्गदर्शक प्रताप सिंह आचार्य की अध्यक्षता में किया गया। सभा में जनपद भर के प्रमुख सामाजिक/ सूचना कार्यकर्ता जुटे।

सर्वप्रथम उपस्थित जनों ने दिवंगत के चित्र पर पुष्प अर्पित किए तथा दो मिनट का मौन धारण कर श्रृद्धांजलि दी।

इस अवसर पर जन दृष्टि (व्यवस्था सुधार मिशन) के संस्थापक/अध्यक्ष हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट ने कहा कि डाल भगवान सिंह की ७६ वर्ष की आयु में भी लिखने और पड़ने में अभिरुचि थी, नवीन शासनदेशो और उच्चतम व उच्च न्यायालय के महत्वपूर्ण निर्णयों का उन्हे ज्ञान रहता था, व्यवस्था सुधार मिशन का वह एक महत्वपूर्ण अंग थे। जिस दिन उन्होंने प्राण त्यागे, उस दिन वह राज्य सूचना आयोग में एक अपील की सुनवाई में सम्मिलित होने जा रहे थे। किसी भी सामाजिक कार्यकर्ता को सफल होने के लिए डाल भगवान सिंह के विचारों, गुणों और कार्यशैली का अनुसरण करना आवश्यक है। उनके निधन से जनपद के सामाजिक कार्यकर्ताओं को भारी क्षति हुई है।

क्षत्रिय महासभा उत्तर प्रदेश के प्रदेश कोषाध्यक्ष डॉ सुशील कुमार सिंह ने कहा कि आज डाल भगवान सिंह हमारे मध्य नही है लेकिन उनके विचार सदैव हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे।

क्षत्रिय महासभा के संरक्षक रिटायर्ड ए डी एम रामवीर सिंह ने कहा कि डाल भगवान सिंह एक सरल और विनम्र व्यक्ति थे, समाज के कल्याण के लिए हमेशा क्रियाशील रहते थे। अपनी योग्यता के बल पर सेवा निवृत कार्मिकों की समस्याओं का निवारण करवाते थे।

क्षत्रिय महासभा बदायूं के मार्गदर्शक प्रताप सिंह आचार्य ने कहा कि डाल भगवान सिंह का संपूर्ण जीवन समाज के लिए समर्पित रहा, समाज कार्य करते हुए उन्होनें शरीर का त्याग किया।

क्षत्रिय महासभा बदायूं के जिला अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि डाल भगवान सिंह की हर कार्यक्रम में सहभागिता रहती थी। कार्यक्रम प्रारम्भ होने से पहले वह आते थे और कार्यक्रम समाप्ति के पश्चात ही जाते थे। व्यवस्थाओं की पूरी चिंता करते थे।

रानी लक्ष्मीबाई प्रतिमा स्थापना समिति के अध्यक्ष राणा प्रताप सिंह ने कहा कि वीरांगना चौक के निर्माण में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

श्रृद्धांजलि सभा में प्रमुख रूप से अध्यक्ष नगर पालिका परिषद दीपमाला गोयल, सेवा निवृत ए डी एम रामवीर सिंह, क्षत्रिय महासभा बदायूं के मार्गदर्शक प्रताप सिंह आचार्य, संरक्षक डॉ वी पी सिंह सोलंकी, महीपाल सिंह तोमर, रानी लक्ष्मीबाई प्रतिमा स्थापना समिति के अध्यक्ष राणा प्रताप सिंह , भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के केंद्रीय कार्यालय प्रभारी रामगोपाल , क्षत्रिय सैनिक सभा के संरक्षक विजय रतन सिंह, जन दृष्टि व्यवस्था सुधार मिशन के संरक्षक मनसुख लाल गुप्ता, महाराणा प्रताप विकास ट्रस्ट के ट्रस्टी धनपाल सिंह, क्षत्रिय महासभा बदायूं के जिला अध्यक्ष राकेश सिंह, जिला उपाध्यक्ष अखिलेश चौहान , ज़िला महासचिव रतन वीर सिंह तोमर, ट्रस्ट के जिला अध्यक्ष विपिन कुमार सिंह, भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के जिला समन्वयक सतेंद्र सिंह गहलौत, सह जिला समन्वयक महेश चंद्र, तहसील अध्यक्ष सहसवान आर्येंद्र पाल सिंह, महेंद्र सिंह, आलोक चौहान, क्षत्रिय विकास समिति के अध्यक्ष सुरेश सिंह, नगर उपाध्यक्ष राजपाल सिंह, नगर सचिव मनोज सिंह चंदेल, शेर बहादुर सिंह, क्षत्रिय दिव्यांग सभा के जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह वैद्य, क्षत्रिय कृषक सभा के जिला अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह, समीरुद्दीन एडवोकेट, अमरपाल सिंह, राकेश कुमार सिंह, अभिषेक पुंडीर, सुमित कुमार सिंह, अभिषेक सिंह चौहान, खड़ग सिंह, रामपाल सिंह, उमेश सिंह, रिक्की सिंह, अजयपाल, राजीव, रंजीत सिंह, तहसील उपाध्यक्ष सोवित तोमर, भुवनेश्वर सिंह आदि उपस्थित रहे।

संचालन जिला महासचिव रतन वीर सिंह तोमर ने किया।