बदायूं। उत्तर प्रदेश में सरकार द्वारा चलाई जा रही 108 एवं 102 एंबुलेंस का ठेका जीवीके ईएमआरआई नाम की एक हैदराबादी कंपनी को दे दिया है जिसमें फर्जी तरीके से मरीजों की एंट्री करके फर्जी एंबुलेंस के फेरे लगा कर सरकारी धन की अवैध तरीके से लूट की जा रही है। जीवनदायनी संगठन ने इस फर्जीवाड़े को रोकने के लिए अपनी आवाज को उठाया तब शासन ने इस प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए 20 मई को 108 एवं 102 द्वारा लाए गए मरीजों के आधार कार्ड मोबाइल नंबर एवं पता मिलान करने के जरिए जांच के आदेश दिए थे।
और साथ ही 1 हफ्ते का समय दिया गया था उसको आज एक महीने से ऊपर बीत चुका है लेकिन जनपद में अभी तक जांच पूरी नहीं हो सकी है।
जब हर जिले में लगभग 80% से ज्यादा फर्जीवाडा़ निकल कर सामने आ रहा था तब शासन ने पुनः इस पर संज्ञान लिया और अप्रैल 2021 एवं अप्रैल 2022 के कुल फेरों की संख्या का मिलान किया गया तो लगभग 2022 के फेरों की संख्या दोगुनी निकल कर सामने आई इस पर शासन ने पुनः अप्रैल 2021 और अप्रैल 2022 के अंतर को बारीकी से जांच करने के फिर से आदेश दिए हैं मुख्य चिकित्सा अधिकारी के लिए लेटर के माध्यम से सूचना देकर जांच करने के लिए कहा गया है।
जीवनदायिनी के जिला प्रवक्ता मान सिंह ने एनएचएम द्वारा पोर्टल की वेबसाइट पर जब देखा तो पाया गया कि अप्रैल 2021 में जनपद में कुल फेरों की संख्या 8730 और अप्रैल 2022 के कुल फेरों की संख्या 20183 है इससे यह प्रतीत होता है की यह आंकड़ा दोगुनी से भी बहुत अधिक लगभग ढाई गुना है समस्त इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंटिंग मीडिया के माध्यम से जीवनदायिनी संगठन बदायूं के द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं जिलाधिकारी से विनम्र निवेदन किया गया है कि बारीकी से जांच हो और कंपनी पर उचित कार्रवाई की जाए जिससे सरकारी धन की लूट पर रोक लगाई जा सके।
सरकारी ऐंबुलेंस सेवा 102 जिले की लॉगबुक में ऐसी ढेरों फर्जी एंट्रीज दर्ज हैं। जिसकी जांच होगी। यूपी के जिलों की 118 स्वास्थ्य इकाइयों से जुडीं इन ऐंबुलेंस के फेरों में अप्रैल 2021 की तुलना में अप्रैल 2022 में 50 प्रतिशत तक की वृद्धि दिखी तो अफसरों के कान खड़े हो गए। इस गैरतार्किक बढ़ोतरी के मद्देनजर शासन ने 102 ऐंबुलेंस सेवा की लॉग बुकों के आंकड़ों की जांच करने के आदेश जिलों के सीएमओ को दिए। सतर्कतावश ऐंबुलेंस सेवा 108 के फेरों की जांच करने के आदेश भी मंडलीय अपर निदेशकों को दिए गए। ऐंबुलेंस सेवा 102 की जांच के आदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने तो ऐंबुलेंस सेवा 108 के फेरे सत्यापित करने के आदेश डीजी हेल्थ ने डॉक्टर वेदब्रत सिंह ने जारी किए हैं।
रिपोर्टर – भगवान दास