त्र्यम्बकेश्वर मंदिर में हुआ गायत्री महायज्ञ,देवकन्याओं को कराया भोेज, दी दान दक्षिणा।
बिनावर। बिनावर में भारत गैस एजेंसी के निकट त्र्यम्बकेश्वर मंदिर में लोकल्याणार्थ यज्ञ हुआ। श्रद्धालुओं ने गायत्री मंत्र की विशेष आहुतियां यज्ञ भगवान को समर्पित कीं। पूर्णाहुति और भजन कीर्तन के बाद कन्याभोज कराया गया।
गायत्री परिवार के संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि यज्ञ सत्कर्मों और मां गायत्री सद्विचारों की प्रतीक हैं। यज्ञीय ऊर्जा संपूर्ण संसार, ब्रह्मांड और अंतरिक्ष की प्राणवायु है, जीवनी शक्ति है। सद्भावनाओं और सत्प्रवृत्तियों का संवर्धन होता है। विश्व शांति और मानव कल्याण की संभावनाएं प्रबल हो जाती हैं।
बाबा हरिगिरी महाराज ने कहा कि यज्ञ से अनेकों विषाक्ताओं, अशुद्धियों, विकृतियों व प्रदूषण दूर होते है। वायुमंडल और वातावरण शुद्ध और पवित्र बनता है।
मुख्य यजमान कल्याण शर्मा ने कहा कि यज्ञीय ऊर्जा से जीवन पवित्र, प्रखर और प्रकाशवान बनता है। यज्ञ से प्राप्त शक्तियों को मंगलमय वातावरण और लोकशिक्षण में लगाएं।
गायत्री परिवार की ओर से यज्ञ संपन्न हुआ। श्रद्धालुओं ने गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र की विशेष आहुतियां यज्ञ भगवान को समर्पित कीं। मुख्य यजमान लवकुश शर्मा ने सपत्नीक शक्तिकलश, भगवान शिव, मां दुर्गा का पूजन किया। त्र्यम्बकेश्वर मंदिर में यज्ञ के बाद कन्याभोज कराया गया। हर हर महादेव के जयघोष से वातावरण गुंजायमान रहा। इस मौके पर लवकुश शर्मा, गोदन लाल शर्मा, रक्षपाल शर्मा, विपिन शर्मा, उमेश शर्मा, महेंद्र पाल, शनि बाबू शर्मा आदि मौजूद रहे।
रिपोर्टर – निर्दोष शर्मा