ग्रामीणों ने किया विरोध, पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल।
बदायूं। थाना बिनावर क्षेत्र के गांव सिकरोड़ी के जंगल में बीती रात गौ तस्करों ने एक प्रतिबंधित गाय का बध कर दिया।
जिसकी सूचना मुखबिर के द्वारा जब पुलिस को मिली तो पुलिस मौके पर पहुंच गई जहां पुलिस को देखकर गौतस्कर कटे हुए गौवंशीय पशु को मौके पर ही छोड़ कर भाग गए ।
पुलिस पूरी रात जंगल में घूमती रही लगभग तीन घंटे बाद पुलिस को घटनास्थल मिल सका जहां सिकरोड़ी के जंगल में तालब के किनारे एक प्रतिबंधित पशु कटा हुआ पड़ा था । जहां थाना प्रभारी खीम सिंह जलाल ने जेसीबी को बुलाकर कटे हुए गौवंश के अवशेषों को तालाब के किनारे एक गढ्ढे में दबा दिया ।
और सारे सबूत मिटा दिए । जब इसकी सूचना ग्रामीणों को लगी तो उन्होंने गौकशी को लेकर विरोध करना शुरू कर दिया । पुलिस ने अवशेषों को थाने लाकर परीक्षण कराना तक उचित नहीं समझा पुलिस मामले को दबाने में जुटी हुई है । जहां बिनावर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं । मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में पहुंच गया । सूत्रों की मानें तो सिकरोड़ी में लगातार गौकशी का धंधा बड़े पैमाने पर चलता आ रहा है कुछ गौतस्कर जेल भी जा चुके हैं लेकिन धंधा बंद होने का नाम नहीं ले रहा है।
जहां सिकरोड़ी और अहिरवारा के गौतस्कर मिलकर गौकशी को अंजाम देते हैं । जहां पुलिस से भी गौतस्करों की सांठगांठ का मामला भी सामने आ रहा है । थाना प्रभारी खीम सिंह जलाल को थाने का एक सिपाही भी कई घंटों तक घटनास्थल पर न ले जाकर गुमराह करता रहा । जहां थाना प्रभारी ने सिपाही को भी फटकार लगाई ।
गौतस्करों के हौंसले इतने बुलंद हैं जिन्हें पुलिस का बिल्कुल भी डर नहीं है । गौकशी के घटनास्थल के बराबर से अहिरबारा को रोड जा रहा है व घटनास्थल के बराबर में एक ब्रह्मदेव महाराज का स्थान है जिससे 100 मीटर की दूरी पर गौतस्करों ने एक प्रतिबंधित पशु का बध कर दिया । जो अब क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है ।
सूत्रों के मुताबिक पुलिस एक युवक को पकड़ थाने ले आई है जिससे पूछताछ की जा रही है ।
इस संबंध में बिनावर एसओ खीम सिंह जलाल का कहना है कि सिकोड़ी के जंगल में गौकशी की घटना हुई है।
पुलिस टीम लगी हुई है गौतस्करों को जल्द गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।
रिपोर्टर – तेजेन्द्र सागर