बदायूँ। साथियों पूरी सृष्टि प्रकृति और पर्यावरण पर निर्भर है। जीने के लिए जिस हवा पानी, खाद्य की जरूरत होती है वह पर्यावरण की देन है इनके बिना सृष्टि और किसी जीव की कल्पना भी नहीं की जा सकती हमारे आसपास का वातावरण पेड़-पौधे, नदी, जंगल, जमीन और पहाड़ आदि से घिरा है इसी को तो प्रकृति कहते हैं।

इसी प्रकृति से हम बहुत कुछ लेते हैं लेकिन बदले में हम प्रकृति को क्या देते हैं अगर ध्यान देंगे तो दशकों से हम प्रकृति को सिर्फ प्रदूषित कर रहे हैं।पर्यावरण का दोहन कर रहे हैं जंगलों को काटना, नदियों को गंदा करना, वातावरण को प्रदूषित करना आदि के कारण हम प्रकृति का अस्तित्व खत्म करने के साथ ही अपने जीवन और आने वाली पीढ़ी के लिए खतरनाक वातावरण बना रहे हैं ऐसे में छोटे छोटे प्रयास करके हम पर्यावरण संरक्षण कर सकते हैं अगर प्रकृति संरक्षित होगी तो मानवीय जीवन सुरक्षित होगा इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है इस पर्यावरण दिवस के मौके पर आप भी अपने दोस्तों, करीबियों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करके प्रकृति के संरक्षण में अपना योगदान दें।

भले ही पूरे वर्ष में एक पेड़ लगाएं, लगाएं अवश्य और पेड़ लगाना ही योगदान देना नहीं है उसकी देखभाल एक बच्चे की भांति करनी चाहिए तब आपका संकल्प पूरा होगा।
ब्लॉक मिशन प्रबंधक धर्मेद्र पाल

रिपोर्टर – सौरभ गुप्ता