सोनौली महराजगंज । कोविड 19 को देखते हुए राष्ट्रीय मानवा अधिकार आयोग ने यह सम्भावना व्यक्ति की है कि आने वाले समय मे मानव तस्करी के मामले में तेजी हो सकती है । आयोग ने भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार को इस पर गम्भीर रूप से कार्य करने की सलाह दी है । जिसके मद्देनजर मानव सेवा संस्थान गोरखपुर अपने प्रशिक्षित टीम के साथ मानव तस्करी को रोकने के लिये सोनौली व ठूठीबारी बार्डर पर पुलिस और एसएसबी के साथ मुस्तैद है ।


उक्त बातें आज रविवार की दोपहर को मानव सेवा संस्थान सेवा गोरखपुर के निदेशक राजेश मणि ने भारत नेपाल सीमा सोनौली बार्डर के सोनौली कस्बे में स्थित एक होटल में मानव तस्करी के रोकथाम के लिए सरहदी क्षेत्र के जागरूक लोगो से विचार विमर्श के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में श्री मणि ने कहा कि मानव सेवा संस्थान सेवा महिलाओं एवंम बच्चों का शोषण से बचाव बाल अधिकार एवम मानव तस्करी के रोकथाम के लिए 20 वर्षो से भारत नेपाल के सीमाई क्षेत्रो में सघन रूप से कार्य कर रही है। दोनों देशों के प्रशासन का पूर्ण सहयोग समर्थन प्राप्त हो रहा है । इस घृणित अपराध रोकने के लिए पुलिस एसएसबी मीडिया जगत का पूरा सहयोग मिल रहा है ।


श्री मणि ने यह भी कहा कि सोनौली और ठूठीबारी में लाइफ गार्ड सेंटर के संचालन के साथ भारत के सीमावर्ती क्षेत्र के दस दस गांव में (ड्राप आउट) एवम स्कूल न जाने वाले बच्चों को स्कूल से जोड़ने के लिए (बृजकोर्स) का संचालन किया जा रहा है । संस्थान द्वारा वर्तमान में भारत नेपाल के प्रमुख आवगमन के प्रवेश द्वारा के नजदीक सोनौली, ठूठीबारी, ककरहवा, खुनुआ, बढ़नी, रुपईडीहा, तिकोनिया, गौरी फॉन्टा में लाइफ गार्ड सेंटर का संचालन किया जा रहा है । सुरक्षित प्रवासन के लिए उचित सलाह व परामर्श दिया जा रहा है।
पत्रकार वार्ता मे मुख्य रुप से धर्मेन्द्र सिंह, रोहन सेन, चन्द्रशेखर सिंह, मकबूल सहित तमाम लोग मौजूद रहे ।